बददी ! आर्य समाज बीबीएन के कार्यकताओं ने शारदीय नवराते के दूसरे दिन प्रकृति, पर्यावरण तथा मानव जीवनकी सुरक्षा के लिए सामूहिक हवन यज्ञ किया तथा मां ब्रहम्चारिणी से सभी देश वासियों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। आर्य समाज बददी के अध्यक्ष कुलवीर आर्य ने कहा कि नव दूर्गा की पूजा तप, त्याग, सदाचार, संयम तथा वैराग्य में वृद्वि का परिचायक है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज बददी में पिछले दस वर्षों से वैदिक संस्कृति को घर घर तक पहुंचाने, महापुरूषों के जन्म दिवस / बलिदान दिवस मनाने तथा मनुष्य चरित्र निर्माण कर आर्दश समाज निर्माण का कार्य कर रहा है। बीबीएन क्षेत्र में आर्य समाज पर्यावरण शुद्वि के लिए हवन, पौधारोपण कार्यक्रम, रक्तदान शिविर तथा वैदिक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए भजन संध्या का आयोजन निरन्तर कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि समय समय पर देश के विद्वानों एवं भजनोपदेषकों के मुखाबिन्द से मानव के चरित्र निर्माण तथा वैदिक संस्कृति का ज्ञान दिया जाता है। लेकिन बददी में कोई निश्चित स्थान न होने के कारण आर्य समाज के कार्यक्रम को खुले में अथवा किसी पार्क में या फिर किसी कार्यकर्ता की छत पर किया जाता है। जिसके कारण अनेकों बार कार्यक्रम को मौसम खराब होने अथवा अन्य किसी कारण के बीच में ही बन्द करना पडता है। उन्होंने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे नगर परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र दीपा को मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि नगर परिषद बददी में आर्य समाज बीबीएन को सामाजिक, धार्मिक तथा अध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजन करने के लिए एक निश्चित स्थान उपलबध करवाये जहां पर र्निविघ्न आर्य समाज का कार्य आगे बढता रहे।
नप के अध्यक्ष नरेन्द्र दीपा ने आश्वासन दिया कि इसी महीने की मासिक बैठक में सब सदस्यों के सम्मुख इस मांग को प्रमुखता से उठाया जाएगा तथा बददी में आर्य समाज मन्दिर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। जिससे आने वाली पीढी संस्कारवान व चरित्रवान बने। इस अवसर पर वार्ड नं 5 के पार्षद अधिवक्ता संदीप सदचेवा, हिमुडा सोसाईटी के अध्यक्ष मनु शर्मा, आर्य समाज के महामन्त्री हर्ष आर्य, उपाध्यक्ष रोहित आर्य, विकास आर्य, ऋतंच आर्य, मनीष आर्य, डाक्टर राजविंदर, सिंह, डा0 आरपी सिंह, सुखदेव राणा, के के बंसल, अनूप सिंह, डा0 धर्मेन्द्र आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।