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चम्बा ! सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में एक पिता ने व्या किया अपना दर्द, सरकार से की सड़क की मांग।

चम्बा ! भगौलिक दृष्टि से देखा जाए तो चम्बा जिला प्रदेश के अन्य सभी जिलों की अपेक्षा सबसे पिछडे जिलों में शुमार है। इस जिले में कई ऐसे दूर दराज के कई इलाके है जंहा आज भी ग्रामीण लोग भगवान भरोसे अपना जीवन यापन करने को मजबूर है। ऐसी ही एक घटना जिले के उपमंडल सलूणी में देखने को मिली। सोसिल मिडिया में ग्रामीणों द्वारा डाली गई एक पोस्ट में ग्राम पंचायत भजोत्रा के गांव दरोड में एक युवा लड़का इतना बीमार हुआ कि गांव के दो दर्जन लोगो ने उस युवा लड़के को सबेरे तड़के पीठ पर उठाकर मिलो दूर हस्पताल लाए जंहा उसका इलाज हुआ और उसकी जान बच गई। अगर समय पर उस लड़के का इलाज नहीं होता तो शायद उस बच्चे को नहीं बचाया जा सकता था।

जिले के अंतर्गत पड़ने वाला यह है ग्राम पंचायत भजोत्रा का गांव दरोड जंहा पर इस गांव के लोग एक युवा लड़के को पीठ पर उठाकर ऊंची पकडंडी से धीरे धीरे नीचे लाने का प्रयास कर रहे है ताकि कोई और चोटिल न हो जाए। बताते चले कि इस पंचायत की आबादी चार से पांच सौ के बीच है और इस पंचायत में रह रहे सभी ग्रामीण लोग पिछले दो दशक से अपने गांव के लिए सड़क सुविधा की मांग कर रहे है। पिछले कल की घटी घटना ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है।

बताते चले कि इस पंचायत के गांव दरोड में न तो आने जाने के लिए कोई सड़क सुविधा न ही कोई उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र। इन ग्रामीणों की जीवन नय्या मात्र राम भरोसे हो चल रही है। इस युवा लड़के के पिता ने सोसिल मिडिया में दिए एक बयान में प्रदेश सरकार से गुजारिस करते हुए बताया कि मेरा लड़का जोकि बहुत ज्यादा बिमार हो गया था और मैने सुबह सवेरे सभी गांव के लोगों को इसकी सुचना दी और करीब 15 से बीस लोगों ने मिलकर मेरे बच्चे को पीठ पर उठाकर मिलो दूर स्वास्थ्य केंद्र लाये जंहा उसका इलाज हुआ और वह मोत को शिकश्त देते हुए जंदगी की जंग जीत गया। अगर समय रहते गांव के लोग एकत्रित नहीं होते तो क्या यह जगदीश राम अपने बच्चे की जिंदगी को बचा सकता था। अपने बच्चे को जिंदगी और मौत से तड़फता हुआ देखने के बाद भी इस पिता की आवाज ने अपने सभी गांव के लोगों के लिए सड़क सुविधा मिले उसकी इन्होने प्रदेश सरकार से की मांग की है।