चम्बा ! प्रदेश में तेज हो रही पंचायत के चुनावों की आहट।

0
3285
- विज्ञापन (Article Top Ad) -

चम्बा ! करीब दो महीनो के बाद पंचायत के चुनाव होने को जा रहे है,और जैसे जैसे चुनाओं की आहट तेज होती जा रही है वैसे वैसे विपक्ष में बैठी कांग्रेस और उनके बड़े बड़े नेता प्रदेश सरकार को किसी भी मुद्दे पर घेरना नहीं छोड़ रही है। बताते चले कि कांग्रेस विपक्ष के नेता इन दिनों चम्बा दौरे पर है और उन्होंने जिले की पांचो विधानसभा क्षेत्रों में अपनी विपक्ष की भूमिका को बखूबी निभाते हुए प्रदेश सरकार के साथ केंद्र सरकार को भी घेरा। आज विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने चम्बा में एक प्रैस वार्ता में बताया कि प्रदेश की जय राम ठाकुर की सरकार हर मुद्दे में विफल रही है और आने वाले चुनावों में राज्य की जनता इनको इनके किये गए गुनाहों का फल अवश्य देगी।

- विज्ञापन (Article inline Ad) -

आज हुई प्रैस वार्ता में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज जीएसटी को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार ने जो कर्जे का रास्ता राज्य सरकार के समक्ष रखा था उसको हिमाचल की सरकार ने मान लिया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने हिमाचल के हितो को ताक में रखके सीधे सीधे जो जीएसटी में ऑप्शन दी गई थी उसको इस सरकार ने स्वीकार कर लिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर तंज कस्ते हुए कहा कि पिछले तीन सालों से यह सरकार कर्जे पे कर्जे लिए जा रही है पर हमे कोई केंद्र की और से कोई पैकेज नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि कम से कम जो केंद्र सरकार ने खुद एग्री किया था वह जीएसटी पैकेज तो दे।

किसान बिल पर बोलते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार पूंजी पतितों की सरकार है और यह पूंजी पतियों के साथ ही खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह किसानो की पूरी अर्थ व्यवस्था पर कब्ज़ा करना चाहते है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी गई डोडित लाइन के आधार पर य कानून पास किया गया है और आने वाले समय में चंद लोगो का सम्राज्य हो जायेगा और इस साजिस के तहत यह गरीब किसानो की जमीनों में भी कब्ज़ा करेंगे। उन्होंने इस बात को लेकर भी तंज कैसा कि वह हमे समझाने की बात कर रहे है जबकि उनकी समर्थक रही अकालियों को तो वह खुद भी नहीं समझा पाये है उनके मंत्री ने इस कानून के विरुद्ध अपना अस्तीफा तक दे दिया है।

उन्होंने हाथरस की घटना को बड़ा ही दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा कि जंहा तक उस लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ सो तो हुआ पर उसके बाद उस लड़की के शव को उसके परिवार से दूर करके रात के अंधेरे में जलाया गया और सारे सबूत मिटाने का प्रयास किया गया क्या वह सही था। उन्होंने कहा कि जब हमारे राष्ट्रीय नेता इसके बारे उस परिवार से मिलने जा रहे थे तो उनको डाँडो से पीटा गया। जिसका कि सबसे बड़ी देश की अदालत ने इसको शोकिंग कहा है। उन्होंने इस घटना की पूरी तरह से जांच करने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश सरकार को राज्य में हो चुके साक्षतकार बारे बताया कि क्लास थ्री और क्लास फॉर के इंटरवियु के नंबर समाप्त हो चुके है और अब किस ढंग से यह इंटरवियु लिए जा रहे है। उन्होंने उन अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि जो भी अधिकारी यह इंटरवियू कर रहे है वः गलत है। और वह इस बात को अदालत तक ले लाएंगे और सरकार आने पर उन अधिकारियो के खिलाफ क़ानूनी करवाई भी होगी यह भी उन्होंने इस प्रैस वार्ता में स्पष्ट कर दिया।

हाल ही में देश के प्रधानमंत्री द्वारा रोहतांग दर्रे की टनल का जो उद्धघाटन किया गया वह कितना कर ठीक था उसके बारे बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रीगण इसको लेकर एक अलग इम्प्रेशन बनाने की कोशिश कर रहे है कि यह जो टनल बनी है सिर्फ भाजपा की ही देन है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके वह इस इतिहास को टियूस्ट करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि जब इस टनल का सिलानियस हुआ था तब भी हम इसके साक्षी थे और इसके उद्धघाटन के मोके पर भी हम इसके साक्षी बने। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस टनल का बहुत महत्व है पर प्रधानमंत्री ने इस टनल को राजनीती का अखाडा बना कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि 2010 में श्री मति सोनिया गांधी जी यंहा आई थी और उन्होंने आके इस टनल का फौन्डेशन स्टोन किया। हालंकि इसको लेकर भी कई नेताओं ने इसपर टिपणी की। उन्होंने कहा कि जिस टनल का जिसने सिलानियस किया और जिसका जिन्होंने बजट बनाया उनका नाम तक वंहा से हटा दिया गया। क्या यह ठीक था।

- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

पिछला लेखऊना ! आयुर्वेदिक अस्पताल में पार्किंग व बहुउद्देशीय भवन का निर्माण आरंभ – सत्ती !
अगला लेखकोविड-19 के दौरान डिजिटिल माध्यम से विधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन