चम्बा/डलहौजी ! डलहौजी कैंट प्रशासन ने चिल्ड्रन पार्क में देवदार के पेड़ों की काटी हरी भरी शाखाएं।

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चम्बा/डलहौजी ! हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी कैंट में गत दिनों डलहौजी कैंट प्रशासन द्वारा मिलिट्री अस्पताल सड़क मार्ग पर बने चिल्ड्रन पार्क में काफी देवदार के पेड़ों की मोटी-मोटी सुन्दर और हरी भरी शाखाएं काट दी गई हैं जिससे स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों ने प्रशासन के प्रति अपना गहरा रोष प्रकट किया है।

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इस बारे में जब डलहौजी कैंट के सीईओ रविंदर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पार्क में बिजली की तारों पर पेड़ों की शाखाएं गिर रही थी इसलिए शाखाओं को काटा गया है।
डलहौजी कैंट के स्थानीय निवासी और वरिष्ठ पत्रकार सुभाष महाजन ने भी रोष प्रकट करते हुए कहा कि केंट प्रशासन ने पेड़ों की काट शांट,बिजली की तारों पर पेड़ों की शाखाएं गिरने,व पेड़ों की लंबाई बढ़ाने और पेड़ों की लॉपिग के नाम पर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए मोटी मोटी हरी भरी छायादार शाखाओं को काट दिया है। जिससे पूरे चिल्ड्रन पार्क की सुंदरता खत्म हो गई है सुभाष महाजन ने बताया की कैंट प्रशासन अपनी शक्तियों का दुरुपयोग पिछले 2 सालों से करता आया है ओर कैंट की कई और जगहों और स्थानों पर भी इसी तरह पेड़ों की मोटी मोटी और हरी भरी शाखाओं को काट कर कैंट की नैसर्गिक सुंदरता को कुरूप कर दिया है।
उन्होंने बताया कि पेड़ों के होने से उस क्षेत्र कि जहां सुंदरता बढ़ती है वही यह पेड़ पर्यावरण संतुलन में भी बड़ा योगदान देते हैं। हां अगर इनकी वजह से कोई मानवीय नुकसान होने की आशंका हो तो उन्हें परमिशन के साथकाटा और हटाया भी जा सकता है।
उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर इसकी जांच करने की मांग की है ,और दोषियों को दंड देने की मांग भी की है और यह सुनिश्चित करने की मांग भी की है कि आगे से पेड़ तो दूर अपितु उनकी शाखाए काटने पर भी अंकुश लगाया जा सके ताकि डलहौजी कैंट की सुंदरता और हरियाली कायम रहे।
उन्होंने रक्षा मंत्री को यह भी लिखा की डलहौजी के जंगल हिमाचल वन विभाग के अंतर्गत नहीं आते और इनका रख रखाव और देखभाल कैंट बोर्ड प्रशासन ही करता है इसलिए इस संवेदनशील विषय पर ऐसी पारदर्शिता होनी चाहिए जिससे कैंट प्रशासन अपनी मनमर्जी और शक्तियों का दुरुपयोग ना कर सके। महाजन ने रक्षा मंत्री को यह भी लिखा कि डलहौजी कैंट ही एकमात्र पूरे भारतवर्ष में ऐसा कैंट क्षेत्र होगा यहां पर इतने घने और हरे-भरे जंगल है। इन्हें हमें संभाल कर रखने की जरूरत है।
इस बारे में कैंट के एक पार्षद अवतार सिंह वालिया का कहना है कि हमारे डलहौजी कैंट में कुश दिन पहले मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा हमारे 50 साल पुराने पार्क के आसपास जितने बड़े-बड़े देवदार के पेड़ थे उनकी सारी शाखाओं को काट दिया गया है। पिछले 2 साल में काफी पेड़ों की शाखाएं काट दी गई है और हमारी सरकार बोलती है पेड़ लगाओ पर्यावरण बढ़ाओ। पर डलहौजी कैंट में तो पेड़ों की सारी शाखाएं काट दी गई जिससे पर्यावरण को काफी क्षति पहुंची है।

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