भरमौर ! हिंदी दिवस पर भरमौर में आंचलिक कथाओं के प्रतिभागियों को अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पीपी सिंह ने पुरस्कारों से नवाजा।

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चम्बा !  जनजातीय क्षेत्र भरमौर उपमंडल में हिंदी भाषा के प्रचलन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न श्रेणियों के विद्यार्थियों से जो कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, हिंदी भाषा में भरमौर की आंचलिक कथाओं पर लेख आमंत्रित किए गए थे , इस प्रतियोगिता में तीन श्रेणियों में कुल 26 विद्यार्थियों ने भाग लिया इन प्रतिभागियों को को पुरस्कार द्वारा अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर पीपी सिंह ने हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में बेहतरीन लेखन के लिए सम्मानित किया |

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भरमौर मुख्यालय में मिनी सचिवालय सभागार कक्ष में हिंदी दिवस के उपलक्ष में मातृ भाषा को बढ़ावा देने हेतु आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर ने कहा कि शुद्ध भाषा का संप्रेषण ना हो तो भाषा का भाव कम हो जाता है, किसी भी राष्ट्र की महानता का आकलन मातृभाषा से ही संभव होता है, संस्कृत हमारी समृद्ध भाषा है और समस्त भाषाओं का मूल स्वरूप संस्कृत ही है और इसी से ही हिंदी भाषा का प्रचलन बढ़ा है| नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर पर हिंदी व स्थानीय भाषा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है जोकि काफी रोचक विषय रहेगा और बच्चों को अध्ययन कार्य में सुगमता रहेगी |

इस कार्यक्रम में उपमंडल अधिकारी नागरिक भरमौर मनीष सोनी ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा के माध्यम से ही सफलता हासिल की जा सकती है यह धारणा बिल्कुल ही गलत है हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले विद्यार्थी भी प्रतियोगिता परीक्षाओं में अब्बल दर्जे पर सफलता हासिल कर नए मुकाम स्थापित कर रहे हैं|

आंचलिक कथाओं के प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पीपी सिंह ने कहा कि फरवरी मार्च माह *में आंचलिक कथाओं* पर आधारित एक किताब को प्रकाशित किया जाएगा जिसके लिए और बेहतरीन हिंदी भाषा में रचनाओं को आमंत्रित किया जा रहा है इच्छुक लेखक भरमौर के इतिहास, रीति और रिवाज, समृद्ध शाली संस्कृति, धार्मिक व साहसिक पर्यटन स्थल, लोक कथाएं, लोक गायन आदि पर भी अपनी रचनाएं hindidevelopmentbharmour@ gmail. Com पर भेज सकते हैं।

तीन श्रेणियों के विद्यार्थियों को जिन्हें उनकी बेहतरीन रचनाओं के लिए सम्मानित किया गया प्रथम श्रेणी में राजकीय महाविद्यालय भरमौर के बी ए छठे सेमेस्टर के छात्र विपिन शर्मा को त्रि लोचन महादेव की रहस्य कथा के लेखन पर प्रथम पुरस्कार ₹5000 से सम्मानित किया गया | बी ए द्वितीय वर्ष के छात्र मनीष कुमार को दूसरे स्थान पर सुन्नी भुंखु की कथा पर 2000 का पुरस्कार दिया गया तथा तीसरे स्थान पर पल्लवी बीए छठे सेमेस्टर की छात्रा को मणिमहेश यात्रा के लेख पर ₹1000 का पुरस्कार दिया गया और प्रोत्साहन के तौर पर अक्षय कुमार को बेरोजगारी एक अभिशाप लेख के लिए 500 रुपए का पुरस्कार दिया गया।

जमा एक वह जमा दो कक्षाओं के विद्यार्थियों में जमा एक कक्षा के आशीष कुमार के लेख प्रोली वाली भगवती तथा सात बहने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दुर्गे ठी को प्रथम पुरस्कार ₹5000 तथा ओजस्वी ठाकुर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर जमा दो कक्षा केछात्र को केलांग वजीर की कथा पर ₹2000 का इनाम, तीसरे स्थान पर राजेश्वरी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर की छात्रा को मणिमहेश लेख पर 1000 रुपए का इनाम तथा प्रोत्साहन के रूप में, अनीश कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर के छात्र को हिंदी भाषा के प्रचलन को बढ़ावा देने हेतु लेख पर ₹500 का पुरस्कार दिया गया|
इसी तरह से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर के विशाल शर्मा जमा दो के छात्र को 84 मंदिर के लेख पर तथा राखी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चौबिया की छात्रा को भी नारी शिक्षा का महत्व लेख पर प्रोत्साहन के रूप में 500 रुपए का इनाम दिया गया |
इसी तरह से छठी से दसवीं कक्षा वर्ग के विद्यार्थियों के लेखन पर कनन शर्मा सातवीं कक्षा की छात्रा के लेख बुढ़िया और भेडू राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दुरगेठी को प्रथम, राजकीय उच्च पाठशाला सांह की आठवीं की छात्रा अवंतिका चाढक के लेख गोदौलिया और राक्षस को द्वितीय पुरस्कार, संचिता ठाकुर शिवालिक पब्लिक हाई स्कूल भरमौर की नवमी कक्षा की छात्रा के लेख उलकनु के जीवन का रहस्य पर तृतीय पुरस्कार तथा शायना ठाकुर शिवालिक पब्लिक हाई स्कूल की छठी कक्षा की छात्रा के लेख अड़ियल बूढ़ा और बुढ़िया पर प्रोत्साहन राशि, भानुप्रिया राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर की दसवीं की छात्रा को त्रि लोचन महादेव के लेख पर प्रोत्साहन राशि, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खणी की सातवीं की छात्रा काजल देवी को भी उनके लेख सुनी भुंखूं की कथा पर प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया |

इस कार्यक्रम में राजकीय महाविद्यालय भरमौर के प्रधानाचार्य राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य प्रकाश भारद्वाज तथा संस्कृत अध्यापक ज र्म सिंह, अजय कुमार टीजीटी व बच्चों के अभिभावक गण भी मौजूद रहे |

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