चम्बा ! माता भद्रकाली के मन्दिर के कपाट खुलने से भक्तों के दिलों में दिखी खुशी की लहर।

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चम्बा ! लंबे अरसे के बाद विश्व विख्यात माता भद्रकाली के कपाट खुलने से भक्तों के दिलों में खुशी देखने को मिल रही है। बताते चले कि यह वह शक्ति पीठ माता भलेई का दरबार है जहां पर अपने देश के है नहीं अपितु विदेशों के भक्त भी माँ का आशीर्वाद और दर्शन करने को आते है और सच्चे मन से मागी गई मुरादो को माता पूरी भी करती है। हालंकि कोरोना काल के दौरान भगत का मंदिर में आने जाने की मनाही थी पर जैसे ही मन्दिर खुलने का लोगों को पता चला लोग माता के दर्शनों को करने मंदिर में आना शुरु हो गए। उपमंडल सलूणी कि एस डी एम, किरण भंडाना ने इस ऐतिहासिक मंदिर में आकर जहां माता के चरणों में अपना शीश नवाया, वहीं लोगों से कोरोना से बचने की अपील भी की।

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धरती के गर्भ से प्रकट हुई माता भद्रकाली का यह मंदिर पांच सौ साल पुराना है। लोग माने या न माने माता की इस भव्य मूर्ति से अपने आप ही पसीना निकलता है और इसे श्रद्धालु माता का आशीर्वाद मानते है। बताते चले की माता के इस दरबार में बड़े बड़े भक्त आते है और माथा भी टेकते है और जो भी मुराद मांगते है माता उनकी मुराद को एक पल में पूरा करती है। हालंकि कोरोना काल के दौरान इस मंदिर में श्रद्धालुओं का आना जाना वर्जित था, पर जैसे ही माता जी के द्वार खुलने का समाचार मिला लोगों का मंदिर में आना भी शुरु हो गया। इसी के मध्यनजर जिला प्रशासन द्वारा दी गई गाईड लाईन के मुताबिक सभी काम ठीक से हो रहे है इसका जायजा लेने खुद उपमंडल सलूणी की एसडीएम, किरण भंडाना ने मंदिर में आकर माता के चरणों में आकर माथा टेक आशीर्वाद लिया वहीं कोरोना से बचने दिए गए टिप्स की भी जानकारी दी। उन्होंने मंदिर में आए भक्तो से अपील करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा दी गई गाईड लाइन का पालन करते हुए खुद भी इस बीमारी से बचे और अन्य लोगों को भी इससे बचाए।

वैसे तो इस ऐतिहासिक शक्ति पीठ भलेई माता के मंदिर में बारहों महीने ही रोनक लगी रहती है पर इस बार कोरोना महामारी के चलते लोगों में मंदिर में न जाने पर मायूसी जरूर देखने को मिली। बाबजूद इसके लोग फिर भी माता के गुणगान करने माता भद्रकाली को दूर से देखते हुए भजन गाते हुए दिखाई दिए। इस मौके पर मंदिर कमेटी के चेयरमैन कमल ठाकुर ने एसडीएम किरण भंडाना को माता की आकृति से बना चंबा का मशहूर पीतल का थाल व साथ ही माता भद्रकाली की मूर्ति को भी भेंट किया। इस मौके पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष ने भी लोगों और भक्तों से अपील करते हुए इस कोरोना महामारी से बचने के लिए सभी लोग प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे। और मंदिर में छोटे बच्चों के इलावा 65, साल के बुजुर्ग लोगों से न आने की अपील की है। उन्होंने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से यह भी निवेदन किया है कि मंदिर में आने से पहले अपने हाथो को अच्छे से धोएं। उन्होंने लोगो से यह भी अपील की है कि मंदिर में लगी किसी भी वस्तु को कोई हाथ न लगाए बस माता के दर्शन कर जल्दी से लौटने का प्रयास करे।

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