विधानसभा में कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह के मामले को लेकर विपक्ष ने हंगामे के बाद सदन से वाकआऊट किया।

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हिमाचल विधानसभा मानसून का छठा दिन। विधानसभा में कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह के मामले को लेकर विपक्ष ने हंगामे के बाद सदन से वाकआऊट किया।

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कुल्लू के नेताओं की लड़ाई पहुंची विधानसभा, कांग्रेसी विधायक सुंदर सिंह मामले में कांग्रेस का सदन से वाकआउट, सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा ने भी विपक्ष के साथ किया वाकआउट।
दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार दोपहर बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर के मामले को सदन में उठाया। सुंदर ठाकुर भाजपा नेताओं के उनके परिसर में घुसकर घुसकर हुड़दंग करने के विरोध में एसपी कुल्लू ऑफिस में 48 घंटे से धरने पर है और अब एसपी आफिस को सील कर दिया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने सफाई दी ओर कहा कि मामला कॉर्ट में है। कांग्रेसी नेता एसपी ऑफिस से निकलने को बाहर नही थे क्योंकि वहाँ एक मामला कारोना का आने के बाद सील किया है। विपक्ष का आरोप है कि जो मामला आया है उस पर जवाब नहीं दिया जा रहा, जबकि सीएम का कहना था कि वे जवाब दे रहे हैं, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने सीटों से उठकर सदन में भारी शोरगुल शुरू कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। इसे देखते हुए सत्तापक्ष के सदस्य भी सीटों से उठे और नारेबाजी करने लगे ओर सदन से वाकआउट कर दिया।

अग्निहोत्री ने कहा कि एसपी ने अपने आफिस को कैसे सील कर दिया और एमएलए को भी कंटेनमेंट जोन में सील कर दिया। क्योंकि किसी भी आफिस को सील करने का काम मेजिस्ट्रेट कर सकता है, लेकिन उन्होंने खुद ही इसे सील कर दिया। अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्य सचिव ने आदेश दिया है कि यदि एक-दो मामले आते हैं तो आफिस को सील नहीं किया जा सकता। आफिस को सेनिटाइज किया जाए, लेकिन एसपी ने खुद ही आदेश दिए और यह साजिश है कि विधायक को कंटेनमेंट जोन में अंदर रखा जाए। यदि करना था तो इससे पहले विधानसभा को सूचित किया जाता। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि एमएलए के इंस्टीट्यूशन को मत गिराया जाए। उन्होंने एसपी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की और कहा कि किस आदेश के तहत एसपी ने आफिस को सील किया।

सीएम ने कहा कि इस बीच, सुंदर ठाकुर एसपी आफिस के अंदर जाकर धरने पर बैठ गए। फिर वहां एक एएसआई वहां पर कोरोना पाजिटिव आ गए। इससे वहां चिंता का माहौल हो गया। उन्होंने कहा कि नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत
सीएम ने कहा कि 10 लोग वहां विधायक के साथ एसपी कार्यालय के अंदर धरने पर बैठे। इस बीच उनसे आग्रह किया कि उठ जाएं, उनकी बात आ चुकी है। उनकी मांग है कि महेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि आज सुंदर ठाकुर ने सभी कांग्रेसजनों को वहां आमंत्रित किया। सीएम ने कहा कि इस मामले को कंगना का मुद्दा न बनाएं। गलत कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सदन में जिम्मेदारी के साथ बात कही है। किसी भी विधायक और मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। इस मामले में हर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद छानबीन की जाएगी।

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