चम्बा ! चम्बा में एक बार फिर खड़ी हुई पार्किंग की समस्या।

0
2535
- विज्ञापन (Article Top Ad) -

चम्बा ! पिछले डेढ़ दशक से चम्बा जिले के लोग पार्किंग की समस्या से जूझ रहे थे। और यह समस्या अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई है। कुछ अर्सा पहले इस पार्किंग का काम चल पड़ा था जिससे चम्बा के लोगों को थोड़ी सी आस बंधी थी पर जैसे ही कोरोना महामारी के दोर के साथ इस जगह में बड़े बड़े पत्थर निकलना शुरु हुए वैसे ही यह काम भी बंद हो गया। बताते चले कि जिस जगह पार्किंग बनाने का काम शुरु हुआ है वंहा इतने बड़े पत्थर है कि उनको बड़ी से बड़ी मशीनों से भी नही हटाया जा सकता है,और इन पत्थरो को ब्लास्ट भी नहीं किया जा सकता है क्योंकि यंहा पर बड़े बड़े सरकारी अधिकारियों के निवास स्थान के साथ सैकड़ो लोगों के घर भी है और इस ब्लास्टिंग से घरो के नुकसान के साथ किसी की जान भी जा सकती है। अब विभाग के इस जगह को समतल बनाने ओर इन पत्थरो को हाथों से तोड़ने की किवायत शुरू की गई है पर इस पार्किंग वाली की जगह को कब और कितने समय में समतल किया जाता है यह बड़ा सवाल विभाग से सामने खड़ा हो चूका है पर स्थानीय लोग विभाग के इस कार्य से खुश नहीं है।

- विज्ञापन (Article inline Ad) -

25, करोड़ की लागत से बनने वाली यह पार्किग वाली जगह अब विभाग के लिए चन्नोती बनती जा रही है। तो वंही इसको लेकर लोगो के कई तर्क सुनने को मिल रहे है। चम्बा के स्थानीय वरिष्ठ लोगों का कहना है कि इस पार्किंग की चम्बा वासियो को बहुत ज्यादा जरूरत थी क्योंकि बिन पार्किंग के चम्बा के व्यापारियों का व्यापार तो ठप हो गया था वह्नि पर्यटक भी इस जगह में पार्किंग न होने से खासा परेशान हुआ करते थे। उन्होंने स्थानीय विधायक का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से इस पार्किंग का काम शुरू करवाया था पर आज देखने में आ रहा है कि जिस रफ्तार से यह काम चला हुआ है तो इसको बनने में तो कई वर्ष लग जायेंगे। उन्होंने कहा कि आज टेक्निकल का दौर है यंहा पर मशीने लगाई जाये तो ही यह काम सम्भव हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस पार्किंग को लेकर जो चम्बा के लोगों में ख़ुशी उमड़ी थी वह अब मायूसी में बदल चुकी है,अब तो लोग भी कहने लगे है कि पार्किंग लोगों के लिए एक आँख में धूल झोंकने जैसा ही था।

चम्बा मुख्यालय में पार्किंग का न होना किसी अभिशाप से कम नहीं था और इस अभिशाप को लोग पिछले डेढ़ दशक से सहन करते आ रहे है। बताते चले कि अगर हम पीछे दस साल पहले की बात करे तो चम्बा जिले में बहुत ही कम गाड़िया देखने को मिलती थी पर अगर हम आज के समय की बात करे तो हरेक आदमी के पास अपनी एक से दो गाड़िया जरूर है। अब बिन पार्किंग के लोग शहर में आ तो जाते है पर गाड़ी खड़ी करने को जगह नहीं है ऐसे में सड़क में एक मिन्ट्स भी गाड़ी को खड़ा नहीं किया जा सकता है। यंहा के स्थानीय लोगों का कहना है कि चम्बा आने पर गाड़ी को कहा लगाया जाये यह सबसे बड़ी दिक्कतआती है। पुलिस के रोजाना के चलानो से तंग आ चुके लोग सरकार से तो गिला नहीं करते है पर यह लोग सरकार से निवेदन कर रहे है कि जल्द से शहर में पार्किंग बन जाये,और जब तक यह पार्किंग नहीं बन जाती है पुलिस वाले कम से कम चलान करे।

इस पार्किंग स्थल में अपने हाथों से बड़ी बड़ी चट्टानों को तोड़ रहे इन मजदूरों का कहना है कि वह प्राइवेट ठेकेदार की लेबर है। यंहा पर काम कर रहे एक लेबर के आदमी ने बताया कि यंहा पर पार्किंग का काम चला हुआ है और इन बड़े बड़े पत्थरों को हमारे लोग हाथों से हो तोड़ रहे है। इन लोगों ने बताया कि इस रास्ते पर ट्रेफिक भी बहुत ज्यादा है और साथ ही कुछ ही गज की दूरी पर चम्बा के एसपी का रेजिडेंस भी है। इन लोगों ने बताया कि यंहा पर ब्लास्टिंग हो ही नहीं सकती है क्योंकि यंहा साथ ही लोकल लोगों के बहुत सरे घर भी है। इन लोगों ने यह भी बताया कि इस जगह में बड़ी मशीनरी का काम है ही नहीं क्योंकि इतने बड़े बड़े भरकम पत्थरो को ब्रेकर भी नहीं तोड़ सकते है,यह तो मेनुएल हाथों से तोड़े जायेंगे। और इनको तोड़ने कुछ समय तो लग ही सकता है।

- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

पिछला लेखचम्बा/भरमौर ! भरमौर में दो पुलिस कर्मी सस्पेंड।
अगला लेखशिमला ! हिम सिने सोसायटी ने बैनमोर वार्ड में किया पौधारोपण !