राजस्थान में कांग्रेस के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया है व सरकार का संकट समाप्त हो गया। अब छ मास तक विधानसभा में कोई भी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकेगा।
विधान सभा के आँकड़ो के अनुसार:-
कुल विधायक 202
बहुमत के लिये 101
वर्तमान में
कांग्रेस + 122
भाजपा + 75
निर्दलीय 3
बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायक जिन का कांग्रेस में विलय हो गया था । सुप्रीम कोट्र ने एक मामले की सुनवाई करते हुए इन विधायकों को विलय के विरूध रोक लगाने के लिये मना कर दिया था।
अशोक गहलोत व सचिन पायलट की तनातनी के चलते राजस्थान कांग्रेस में विघटन होने जा रहा था। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की सचिन पायलट से हुई मुलाक़ात के बाद यह सब संभव हो सका है । इसमें प्रियंका गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।