शिमला ! हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव महेश्वर चौहान ने कहा की भाजपा सरकार द्वारा सेब बाहुल्य क्षेत्र व सेब की मज़बूत आर्थिकी के प्रति असंवेदनशीलता और अनदेखी चिंताजनक है ।इस सरकार की उदासीनता और अनदेखी ने सेब की मज़बूत आर्थिकी को लगाया ग्रहण।सरकार की लगातार उपेक्षा और नकारात्मक रवैए के चलते ये क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।उन्होंने कहा कि सेब हिमाचल प्रदेश में मज़बूत आर्थिकी का एक स्रोत है परंतु भाजपा सरकार की इस क्षेत्र के प्रति बदनियती और उदासीनता का शिकार हो गया है ।आज जब सेब सीज़न चरम पर है तो बाग़वान लेबर की जटिल समस्या के आगे बेबस है और सरकार और प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बैठें है और पूरी तरह से उन्हे उन के हाल पर छोड़ दिया गया है ।
उन्होंने कहा कि बाग़वानी मंत्री की लेबर को लाने के लिए बार्डर तक बसे भेजने की घोषणा भी हवा हवाई साबित हुई और अब तक सरकार पुरी तरह से लेबर मुहैया करवाने में असफल रही है ।महेश्वर चौहान ने आरोप लगाया की अगर वक़्त रहते बागवानो के बार बार आग्रह करने पर इस समस्या को गम्भीरता से लिया होता तो आज इस विकट स्थिति से बचा जा सकता था।उन्होंने कहा कि आज मंडियो में सुविधाओं का अभाव है रोज़ बागवानो और ख़रीदारों को छोटी छोटी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है करोना के मध्यनज़र जो मापदंड और सुविधाएँ उपलब्ध होनी चाहिए थी उसमें में भी प्रशासन पूरी तरह फेल हुआ है।उन्होंने कहा कि कई वर्षों बाद सेब पर गम्भीर बीमारी स्कैब का हमला हुआ है परंतु सरकार और प्रशासन बेसुध है जबकि फ़रवरी माह में ही वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिकों ने आगाह कर दिया था की इस वर्ष का तापमान सेब की बीमारी स्कैब के लिए अनुकूल है परन्तु सरकार नहि जागी।
जहां एक तरफ़ बागवान इस समस्या से झूझ रहे हैं सरकार दवाइयाँ उपलब्ध कराने में नाकाम है वहीं दूसरी तरफ़ बागवान अब बाज़ार से कई गुणा दामों पर दवाइयाँ ख़रीदने को मजबूर है ।और अब तो इन दवाइयों की ब्लैक मार्केटिंग की भी समस्या उत्पन्न हो गयी है।महेश्वर चौहान ने कहा की सेब बाहुल्य क्षेत्र के साथ इस तरह की उदासीनता व नकारात्मक सोंच भाजपा सरकार की इस क्षेत्र के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाता है | उन्होंने कहा कि सरकार का इस तरह का ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार सेब के सम्र्द्ध भविष्य के लिय ख़तरा है और इस मजबूत आर्थिकी पर आघात होगा