शिमला ! लाहौल स्पीति घाटी में कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा के काफिला रोकने की घटना पर आंदोलनकारियों को माफी देने के हक में नही । मंत्री ने कहा हमारी शराफत को कमज़ोरी न समझे , उन्होंने चेतावनी दी है कि कांग्रेस नेता घाटी की बोली भाली महिलाओं को भृमित कर लाहुल घाटी के लोगो का नुकसान न करे ।
मंत्री ने सफाई दी है कि प्रदर्शनकारियों में से सिर्फ दो लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है एफआईआर बाकी लोगों को नही किया कार्यवाही में शामिल । लेकिन साजिश रचने वाले शरीफ और गरीब लोगों को घाटी में भड़काने का कर रहे काम।
कृषि मंत्री ने कहा कांग्रेस का प्रायोजित था प्रदर्शन, कवरेन्टीन के नाम पर हिमाचल सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री को षड्यंत्र के तहत अपने ही लोगों के खिलाफ भड़काना सियाशत में हताश कांग्रेसियों की घटिया राजनीति।
हिमाचल प्रदेश के कबायली क्षेत्र लाहुल घाटी ने स्थानीय विधायक और सरकार में कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा का रास्ता रोकने के बाद शुरू हुआ गतिरोध पूरी तरह से सियासी बन गया है। घाटी में महिलाओं का कवरेन्टीन के नाम पर मन्त्री को घाटी में जाने से रोकने पर हुई पुलिस कार्यवाही को कृषि मंत्री कानूनी कार्यवाही बात रहें है । लेकिन मंत्री ने कहा है कि हालात को देखते हुए उन्होंने रास्ता रोकने के बाद वहां से लोगों की भावना को देखते हुए वापिस लौटना मुनासिब समझा । लेकिन कांग्रेस शुरू से ही मसले पर राजनीति कर रही है और अब इसे लोगों को भड़काने का काम कर रहें है।
कृषि मंत्री ने घाटी के लोगों से अपील की है कि कांग्रेस की इस गंदी राजनीति का शिकार होने से बचे और मामले को राजनीतिक तूल न दें । डॉ मारकंडे ने कहा कि उन्होंने अपने लोगों के खिलाफ किसी तरह की कोई दुर्भवना के तहत कार्यवाही नही की लेकिन अब जिस तरह से मामले में राजनीति की जा रही है उसे देखते हुए मंत्री इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है ।
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