चम्बा ! कोरोना महामारी ने पूरे देश में दहशत फैला रखी है और इस बीच चंबा जिला में राजनीति भी गरमाने लग पड़ी है। 2 दिन पहले प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रेस वार्ता के दौरान सरकार को घेरने की कोशिश की वहीं आज पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने भी एक प्रेस वार्ता के दौरान सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पी पी किट घोटाले के मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की साथ ही उन्होंने भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व प्रदेश मुख्यमंत्री को भी आड़े हाथों लिया। आने वाले समय में चंबा की राजनीति धीरे-धीरे और भी गर्म होती जा रही है।
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक व एक एजेंट के बीच पांच लाख रूपयों के लेनदेन को लेकर वायरल आडियो की जांच हाई कोर्ट के वर्तमान जज द्वारा की जानी चाहिए । ताकि प्रदेश भाजपा सरकार के समय मे बेलगाम अफसरशाही का भ्रष्टाचारी चेहरा प्रदेश की जनता के सामने बेनकाब हो। चम्बा मे आयोजित एक प्रैस वार्ता के दौरान प्रदेश की सरकार को आडे़ हाथों लेते हुए ये ब्यान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने जारी किया।
उन्होने कहा कि कोविड 19 के काल मे प्रदेश सरकार का अफसरशाही पर नियंत्रण ढीला पड़ता जा रहा है। उन्होने आरोप लगाते हुए बताया कि भ्रष्टाचार पर जीरो टालरैंस की नीति का दम भरने वाली सरकार की नज़रों के नीचे प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक का पैसों के लेनदेन को लेकर नाम उछलना एक अनैतिकता से भरा कृत्य है। उन्होने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि स्वास्थ्य पीपीई किटों की इस खरीद से जुडे़ इस मामले की जल्द जांच करके सरकार को जनता के सामने असलियत लानी चाहिए । ताकि जनता को भी ये पता चले की सरकार उनके अच्छे दिन लाने मे कितना सहयोग कर रही है।
भरमौरी ने भरमौर के विधायक पर इल्जाम लगते हुए कहा कि वह बदले की भावना से काम कर रहे हैं और कोरोना के इस दौर में ट्रांसफर पर लगे हुए हैं वह भी बेलदार की जो बहुत ही अफसोस की बात है। उन्होंने भरमौर के अधिकारियों पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि वहां के अधिकारी दफ्तर के समय में भी मस्तियां कर रहे हैं।मणिमहेश यात्रा का समय चलाई जाने वाली हेली टैक्सी के बारे में बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान 3 साल का करार एक कंपनी के साथ हुआ था लेकिन जैसे ही भाजपा सरकार सत्ता में आई वैसे ही उन्होंने वह करार कैंसिल कर किसी अपनी चहेती कंपनी को इसका टेंडर दे दिया और लोगों से अधिक किराया वसूलना शुरू कर दिया। इसकी भी वह विरोध करते हैं। उन्होंने बताया कि इसके बारे में एक आरटीआई भी मांगी थी लेकिन उन्हें आधी अधूरी जानकारी दी गई है जिसकी शिकायत वह आज उपायुक्त से करने जा रहे हैं।
वही आईपीएच डिविजन को जनजातीय क्षेत्र पांगी से बदलने की योजना का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि अगर यह डिवीजन पांगी से भरमौर के लिए बदला जाता है तो वहां के लोगों को काफी दिक्कत झेलनी पड़ सकती है क्योंकि उन्हें 700 किलोमीटर पैदल चल अपने काम करवाने के लिए आना पड़ेगा वह संभव नहीं है क्योंकि अधिकतर समय बर्फबारी की वजह से पांगी क्षेत्र बाहर की दुनिया से कट जाता है। उन्होंने कहा कि अगर भरमौर में डिविजन खोलना ही है तो नया डिविजन खोला जाए इस तरह की योजना को यहीं पर बंद कर दिया जाए। ताकि लोगों को किस तरह की दिक्कत ना हो। उन्होंने इस बात का विरोध करते हुए भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक को कहा कि बदले की भावना से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। उन्होंने बड़े ही व्यंगात्मक तरीके से कहा कि जब भी प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश में आते हैं तो यहां के मुख्यमंत्री को झुनझुना लॉलीपॉप देकर चले जाते हैं।
उन्होंने नेशनल हाईवे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जो चम्बा में राष्ट्रीय उच्च मार्ग बनाए जा रहा हैं वह कांग्रेस के समय में पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के प्रयासों और केंद्र में मंत्री रहे कमलनाथ जी की ही देनें है और उन्हें कोरोना महामारी की इस घड़ी में देश के राजनेताओं ने उनकी सरकार गिराने का भरसक प्रयास किया।