शिमला ! हिमाचल प्रदेश भाजपा संगठन में पिछले कुछ दिनों से चले सियासी उफान के बाद भाजपा ने इंसको शांत करने को कवायद शुरू कर दी है। भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिन्दल के कथित स्वस्थ्य घोटाले में नाम आने के वाद सरकार के लिए संकट बने नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया सरकार के बचाव में सामने आए है।
पठानिया ने कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह पर सियासी हमला बोलते हुए विक्रमादित्य सिंह को सियासती बच्चा बताया है। पठानिया ने विक्रमादित्य सिंह को नशीहत देते हुए कहा कि जिनके खुद के घर शीशे के हों उन्हें दूसरों के घरो पर पत्थर नहीं मारने चाहिए ।
इस तरह के आरोप और ब्यान देने से पहले विपक्षी नेताओं को मौके की नजाकत को समझते हुए लांछन की राजनिती नही करनी चाहिये । पठानिया ने कहा कि सरकार पूरी ईमानदारी और सफाई से काम कर रही है और कोरोना संकट में विपक्ष को राजनीति सूझ रही है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिन्दल के इस्तीफे को उच्च सियासी परम्पराओं का तकाजा बताते हुए पठानिया ने इस पर राजनीति करने से बचने की नसीहत दी।
विधानसभा के विशेष सत्र बुलाये जाने पर कांग्रेस विधायकों के साथ जाने के सवाल पर सफाई देते हुए पठानिया ने कहा कि इसे गकत तरीके से पेश किया गया। जबकि सत्र बुलाने का मकसद केवल सरकार के कोरोना काल मे प्रदेश के लोगों के लिये बढ़िया काम पर चर्चा करवाना था, लेकिन जिस तरह इसे पेश किया गया वो सच्चाई से कोसो दूर था।
पठानिया ने खुद को मंत्री बनाये जाने के सवाल पर भी कहा कि ये मुख्य मंत्री का विशेषाधिकार है जिसको भी बनाएंगे वो बेहतरीन काम करने की क्षमता रखता है।