जंजैहली ! लॉक डाउन के चलते हजारों टन फूलों की खेती हुई बर्बाद !

कोरोना की मार से सराज के फूलों से महक नहीं पहुँच पाई दिल्ली

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जंजैहली ! सराज घाटी के अंतर्गत जंजैहली थुनाग,मुरहाग, बगस्याग व साथ लगते स्थान गोहर के पुष्प उत्पादकों को इस बार बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है। इस फुलवारी को देखकर अनुमान लगा सकते हैं कि कितना नुकसान हुआ होगा , इस बगिया में अनगिनत फूल खिले हैं ,ऐसा पहली बार हुआ है कि ये फूल अपनी डाली पर इसी स्थान पर खिले है,इस कोरोना जैसी महामारी के चलते लॉक डॉन की बजह से ये फूल किसी भी समारोह की शोभा नहीं बन सके। इन फूलों से पुष्प उत्पादकों को अच्छी खासी आय प्राप्त होती रही है, लेकिन इस बार बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है।

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पुष्प उत्पादक ,मनोज,खेमराज, भूपसिंह, रामसिंह,रविन्द्र निकेराम,इंदरसिंह, जयवर्धन,, तुलसी, ,भूपेंद्र, टीकम राम व लाल सिंह व अन्य सराज वासी इस बार बहुत प्रभावित हुए हैं। इस संदर्भ में गोहर के रविन्द्र कुमार से खास वार्ता की ,उन्होंने बताया कि इन्हें इस काम में करीब चार-पांच वर्ष हो गए हैं और इससे अच्छी खासी आय भी प्राप्त होती रही है ।उन्होंने बताया कि उनके 1500 वर्ग मीटर के पॉली हाउस में 30000 कारनेशन के पौधे लगाये हैं , सुबह- शाम दिन हर समय इनकी देखभाल करते हैं । बड़ी मेहनत लगती है ।उन्होंने बताया कि पुष्प उत्पादन से बहुत लोगों को रोजगार भी मिला है । बता दें ये फूल अधिकतर अप्रैल-मई में अधिक होते हैं ।

रविंद्र कुमार की जानकारी के अनुसार यह फूल दिल्ली, बाहरी राज्यों ,प्रसिद्ध मन्दिरोंमें ,नवरात्रों में,विवाह , जन्मदिन व अन्य समारोहों में अधिक बिकता है। इसकी इतनी लागत होती है कि पहले ही बुकिंग करनी पड़ती है, लेकिन इस बार लोक डॉन के चलते यह फूल कहीं बिक नहीं सके और इसी ग्रीन हाउस में यह खिल गए हैं ।बता दें कि इस बार पुष्प उत्पादको को करोड़ों का, नुकसान हुआ है ।बता दें कि इन फूलों को आज कल फेंकना पड़ रहा है । फेंकने के लिए अलग से लेबर लगानी पड़ रही है।

बिना समारोह के इन फूलों का भी मोल नहीं रहा। किसी समारोह की जगह इन्हें गोबर के ढेर पर या गड़हे में फेकना पड़ रहा है । पुष्प उत्पादको ने सरकार से इस क्षतिपूर्ति की के लिए मदद के लिए गुहार लगाई है ताकि कुछ भरपाई हो सके। इस बारे में होल्टिक्लचर डेवलपमेंट ऑफिसर सराज संजय ने बताया कि सरकार ने फूलों की खेती को हुए नुकसान का ब्योरा मांगा था । उस को भेज दिया गया ।

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