करसोग ! देश भर में कोरोना से हुई तबाही से करोड़ों की संख्या में मजदूर बेरोजगार हुये हैं. प्रवासी मजदूर तपती दोपहर में सड़कों पर चलने को मजबूर हैं. हिमाचल से लगभग 89 हजार से ज्यादा मजदूरों ने घर वापसी के लिये पंजीकरण करवाया है. मजदूरों की मदद के लिये हिमाचल प्रदेश वर्कर सोलिडेटरी और हाइवे हैल्प नामक ग्रुप सक्रियता से कार्य कर रहे हैं. इन संगठनों ने कालका से अंबाला, जगाधरी, सहारनपुर और लुधियाना से दिल्ली तक मजदूरों के लिये वाहनों की व्यवस्था की है, सैकड़ों लोगों के लिये चंडीगढ, मोहाली, बद्दी आदि में राशन की व्यवस्था की है.
आज करसोग के पुराना बाजार में रहने वाले 9 मजदूरों को अपने ग्रह क्षेत्र अररिया के लिये रवाना किया, दो गाडियों में इनको मोहाली तक भेजा जायेगा जहां से ये आगे ट्रेन में जायेंगे.
हिमाचल प्रदेश वर्कर सोलिडेटरी की हिमशी व हाइवे हैल्प के गुरजिंदर ने कहा कि राज्यों और केंद्र की सरकार की तरफ से मजदूरों को घर पहुंचाने व राहत देने में तत्परता नहीं दिखाई गई. इसलिये वर्कर सोलिडेटरी व हाइवे हैल्प जैसे सैंकड़ों सामाजिक संगठनों ने यह बीड़ा उठाया है. आनलाईन रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया मजदूरों के लिये बहुत मुश्किल है, किराया देने व खाने के लिये मजदूर को कर्ज मांगना पड़ रहा है. हम लोगों से अपील करते हैं कि आप मजदूरों की मदद करने के लिये हम से संपर्क करें और हमारी राज्य सरकारों से अपील है कि वो जल्द से जल्द अन्य राज्य सरकारों से समन्वय करें।
करसोग के पार्षद व वर्कर सोलिडेटरी से जुड़े बंशीलाल ने कहा कि 9 लोग यहां थे. बहुत दिनों से यह परेशान थे. आज इनको उनके ग्रहक्षेत्र भेजा जा रहा है. इसके लिये कुछ सहयोग उन्होंने खुद दिया है और बाकि एचपी वर्कर सोलिडेटरी और हाइवे हैल्प में आये दान से खर्च किया गया है.
करसोग एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने प्रवासी मजदूरों को कोविड पास सौंपने हुये कहा कि मजदूर कई बार हमारे पास आये हैं, इनके लिये पास की व्यवस्था कर दी गयी है, नौ मजदूर है जिनके अररिया जाना है. सुरेंद्र ठाकुर ने इन मजदूरों की मदद के लिये आगे आये सामाजिक संगठनों का धन्यवाद किया है ।