बद्दी ! कोरोना वायरस से फैली महामारी को रोकने के लिए देशभर में किए गए लॉकडाउन से गरीबों व प्रवासी मजदूरों के लिए पैदा हुई परेशानी से निपटने के लिए हर कोई अपने स्तर पर पूरी मदद कर रहा है। देश में लॉकडाउन चल रहा है, इस संकट में सामाजिक लोग भी उन ग़रीब मजदूर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए रात-दिन जुटे हुए हैं, जो इस वक्त घर जाने की किल्लत से जूझ रहे हैं। ऐसे में पूर्व दून विधायक राम कुमार चौधरी प्रवासी मजदूरों के महीसा बनकर कर उभरे है। राम कुमार ने बाहरी राज्य के मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए अपने निजी खर्च पर निशुल्क बस से उत्तर प्रदेश के रायबरेली भेजा और घर वापिस जा रहे प्रवासी मजदूरों ने बस में जमकर लगाए कांग्रेस जिन्दाबाद व राम कुमार जिन्दाबाद के नारे।
रामकुमार चौधरी ने कहा कि दून कांग्रेस आगे भी दून में फसे हुए मजदूरों को उनके घर निशुल्क भेजेगी। राम कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ छुटभैया नेता जो कि ट्रांसपोर्ट से जुड़े हुए है वो प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के नाम पर अपनी जेबें गर्म कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह नेता प्रवासी मजदूरों से कई गुना ज्यादा किराया बसूल कर रहे हैं। जहां का किराया 200 रुपए प्रति सवारी है, वो वहा 3000 से 4000 रुपए तक बसूल रहे है। यह छुटभैया नेता अपनी ही सरकार को बदनाम कर रहे है। आपको बतादें की राम कुमार चौधरी ने लॉकडाउन में गरीब जनता को राहत पहुँचाने के लिए राशन सामग्री वितरण कार्यक्रम शुरू कर रखा है।