शिमला ! एसजेवीएन हमेशा ही देश के सामाजिक उत्थान को लेकर अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है। देश के निवासियों तथा समाज की सहायता करने के मामले में एसजेवीएन सदा आगे रहा है। कोविड-19 एक संक्रामक रोग है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। भारत में यह महामारी अति गंभीर स्वास्थ्य एवं आर्थिक चुनौतियां पेश कर रही है और दिनों दिन इसके मामलों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है।
एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने बताया कि एक जिम्मेदार कारपोरेट निकाय के रूप में तथा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई की गंभीरता को समझते हुए एसजेवीएन कर्मचारियों ने सीएम रिलीफ फंड/एचपी कोविड-19 सॉलिडेरिटी रिस्पांस फंड में स्वेच्छा से अपने एक दिन का वेतन जो 44,50,000 रुपए (चौवालिस लाख पचास हजार रुपए) है, का अंशदान कर रहे हैं। एसजेवीएन के कर्मचारी पहले ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड में 1 दिन के वेतन का अंशदान दे चुके हैं।
नंदलाल शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के खिलाफ सरकार की लड़ाई को समर्थन एवं सहायता प्रदान करने के लिए उठाए गए कदमों की श्रृंखला के रूप में एसजेवीएन पीएम केयर फंड में 25,00,00,000 रुपए (पचीस करोड़ रुपए) का अंशदान दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश सरकार को विभिन्न स्थानों में वेंटिलेटर, निजी सुरक्षा उपकरण, भोजन, मास्क, सेनीटाइजर और ग्लब्स आदि खरीदने के लिए 2,00,00,000 रुपए (दो करोड़ रुपए) की वित्तीय मदद भी उपलब्ध कराई है।
उन्होंने आगे बताया कि एसजेवीएन हमेशा ही उन मुद्दों जो कि देश या देश के निवासियों पर असर डालते हैं सरकार की तथा समाज की सहायता करने के मामले में सदा आगे रहा है। एसजेवीएन ने अपनी परियोजनाओं में 48 क्वॉरेंटाइन यूनिटें स्थापित की हैं। उन्होंने आगे बताया कि एसजेवीएन जरूरतमंदों को भोजन तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित करने के लिए भी सहायता प्रदान कर रहा है।