जवाली ! लाकडाउन के चलते जगह जगह से प्रवासी लोग पैदल ही अपने घर जाने को पलायन कर रहे हैं। ऐसे ही 13 प्रवासी मजदूर मंडी से ज्वाली उपमंडल की ग्राम पंचायत भाली में पैदल ही रात दिन चल कर पहुंच गए। स्थानीय लोगों को जव इसके वारे में पता चला तो उन्होंने इस की सूचना एसडीएम ज्वाली सलीम आजम को दी।
एसडीएम ज्वाली सलीम आजम ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए तुरंत नायब तहसीलदार कोटला केवल कृष्ण शर्मा को आदेश दिया कि इन 13 प्रवासीयों को सरकारी गाड़ी में हिमाचल सीमा कंडवाल तक छोड़ा जाए। नायब तहसीलदार कोटला ने एसडीएम ज्वाली सलीम आजम के आदेशों से इन प्रवासी मजदूरों को हिमाचल सीमा कंडवाल तक छोड़ा गया। वता दे कि उतर प्रदेश के गोरखपुर के13 मजदूर जो हिमाचल के मंडी क्षेत्र में मजदूरी करते थे कोरोना महामारी के चलते उनके सभी कार्य बंद होने के कारण, उनका पोषण मुश्किल हो गया था ।
इन में से एक प्रवासी मजदूर ने बताया कि जब तक हमारे पास पैसे थे तब तक पोषण करते रहे लेकिन पैसे खत्म होने से जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया जिसके चलते अपने घरों को पलायन करने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं था। प्रवासियों ने कहा कि हम पिछले पांच दिनों से मंडी से पठानकोट की ओर पैदल चले हैं और अब हमें नायब तहसीलदार कोटला केवल कृष्ण के नेर्तत्व में पंजाब सिमा तक सरकारी गाड़ी में छोड़ा जा रहा है।
जिसके लिए उन्होंने केवल कृष्ण शर्मा का धन्यवाद किया,नायब तहसीलदार कोटला केवल कृष्ण शर्मा ने बताया कि एसडीएम ज्वाली सलीम आजम के माध्यम से मुझे सूचना प्राप्त हुई कि कुछ प्रवासी मजदूर भाली में हैं उन्हें सरकारी गाड़ी में पंजाब सीमा तक छोड़ा जाए ,ओर उनके आदेशानुसार ही अब इन सभी को कंडवाल तक छोड़ा जा रहा है ताकि आगे यह अपने घरों को जा सकें ,नायब तहसीलदार श्री केवल कृष्ण शर्मा ने बताया कि इस पहले भी हमारे द्वारा कई प्रवासी मजदूरों की घर वापसी करवाई गई है और यह इंसानियत के तोर पर हमारा फर्ज बनता है कि हम असहाय व गरीब लोगों की हरसभव सहायता करें।