बिलासपुर ! मध्य प्रदेश के दतिया जिले से लौटे बिलासपुर के बरमाणा के साथ लगते एक गांव के युवक हंसराज को जहां फॉरेस्ट रेस्ट हाउस स्वारघाट में बनाये गए कोरेंटाइन सेंटर में रखा गया था तो वहीं 10 मई की शाम को उनकी तबियत खराब होने के चलते पहले बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल और फिर आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया था जहां उनकी मौत हो गयी थी ! वहीं हंसराज की कोरोना सैंपल रिपोर्ट नेगटिव आने के बाद उनका शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया था. मगर वहीं अब इस हादसे ने एक नया मोड़ ले लिया है, जी हां हंसराज मौत मामले में 108 एम्बुलेंस में कार्यरत फार्मासिस्ट व ड्राइवर पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगते हुए आईपीसी की धारा 304ए, 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है !
गौरतलब है कि हंसराज की तबियत खराब होने पर 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया था जिसमे फार्मासिस्ट व ड्राइवर ने पीपीई किट पहनने के बावजूद उन्होंने हंसराज को उठाकर एम्बुलेंस में लिटाने तक कि जहमत नहीं कि जिसके बाद स्थानीय पुलिस कर्मचारियों ने हंसराज को उठाकर एम्बुलेंस में लेटाया. वहीं इस लापरवाही का पता चलते ही 108 एम्बुलेंस में कार्यरत फार्मासिस्ट व ड्राइवर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए व 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है !
इस बात की जानकारी देते हुए जिला पुलिस प्रवक्ता डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि पूरे मामले में 108 कर्मियों द्वारा जो लापरवाही हुई है उसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए नैनादेवी डीएसपी संजय को जांच अधिकारी बनाया गया है जो मामले की छानबीन कर अपनी रिपोर्ट एसपी बिलासपुर को सौंपेंगे.