मंडी में 5 हजार कोरोना योद्धाओं तक पहुंचेगा मधुयष्टियादि काढ़ा !

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मंडी ! कोरोना संकट के बीच लोगों की सुरक्षा के लिए मंडी जिला में विभिन्न स्तरों पर मोर्चा संभाले कोरोना योद्धाओं की इम्यूनिटी बढ़ाने को आयुर्वेद विभाग उन्हें मधुयष्टियादि काढ़ा भेंट करेगा। इस बारे जानकारी देते हुए जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. गोविंद राम शर्मा ने कहा कि इस मुहिम के तहत प्रथम चरण में जिला में 5 हजार कोरोना योद्धाओं को मधुयष्टियादि काढ़े के पैकेट दिए जा रहे हैं।

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उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रदेश आयुर्वेदिक विभाग ने खासतौर पर मधुयष्टियादि कषाय (काढ़ा) तैयार किया है। इसे मुख्यमत्री जय राम ठाकुर ने 1 मई को शिमला से लॉंच किया था और साथ ही विभाग को ये काढ़ा प्रदेश के हर कोरोना योद्धा तक पहुंचाने के निर्देश दिए थे।
डॉ. गोविंद राम शर्मा ने कहा कि मुख्यमत्री जय राम ठाकुर के दिशा निर्देशों के अनुरूप कोरोना संकट के इस समय में आयुर्वेद विभाग मंडी, जिला के सभी कोरोना योद्धाओं को मधुयष्टियादि काढ़ा पहुंचाने में जुटा है, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत हो।

उन्होंने कहा कि इसे प्रथम चरण में कोरोना योद्धाओं डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, वरिष्ठ नागरिकों और राज्य के सभी कोरोना मुक्त हुए लोगों को निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है।

डॉ. गोविंद राम शर्मा ने बताया कि जिला आयुर्वेद विभाग मंडी ने उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर के माध्यम से कोरोना योद्धाओं को मधुयष्टियादि काढ़े के पैकेट भेंट किए हैं। इसके अलावा एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा और अन्य विभागों के प्रमुखों को भी काढ़े के पैकेट भेेंट किए गए हैं ताकि वे इन्हें अपने विभाग के कर्मचारियों-अधिकारियों को वितरित कर सकें।
उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से अन्य लोगों को भी मधुयष्टियादि काढ़ा मुहैया करवाया जाएगा, जल्द ही ये जिले में सभी आयुर्वेदिक संस्थानों पर उपलब्ध होगा।

घर पर भी तैयार कर सकते हैं काढ़ा

जिला आयुर्वेद अधिकारी ने कहा कि लोग अपने घर पर भी मुलेठी, मुनक्का, दालचीनी, बनक्शा, मीठी सौंफ इत्यादि का प्रयोग कर आयुर्वेदिक काढ़ा बना सकते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है । साथ ही ये खांसी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, बुखार, गले के संक्रमण, एवं श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज में भी सहायक है।

प्रयोग की विधि

आयुर्वेद विभाग द्वारा तैयार मधुयष्टियादि काढ़े का एक पैक 75 ग्राम का है। इसमें से 1-2 चम्मच काढ़ा एक बर्तन में डाल लें तथा उसमें 200 मिलीमीटर पानी मिलाएं। अब इस काढ़े को हल्की आंच पर एक चौथाई शेष रहने तक उबालें। उबालने के बाद तरल को एक गिलास में छान लें तथा स्वादानुसार इसमें गुड़, शहद या नींबू रस मिला लें। इसको पीने से पहले अच्छी तरह से हिला लें ताकि काढ़ा अच्छी तरह से घुल जाए। काढ़े को प्रतिदिन सुबह व शाम खाली पेट सेवन करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है तथा ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

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