चम्बा ! मिलेनियम बी.एड कॉलेज चंबा की छात्रा हिमालया ठाकुर (स्नेहा ठाकुर) सुपुत्री तिलक राज ठाकुर वाह माता श्रीमती पवन ठाकुर निवासी गांव मंजीर तहसील सलूणी जिला चंबा द्वारा अपनी कविता लेखन के सफर को जारी रखते हुए देश के भीतर व देश की सीमाओं पर देश की रक्षा के डटे हुए वीर सैनिकों को आभार प्रकट करते हुए एक दिल को छू लेने वाली रचना प्रस्तुत की गई है।
पहली दो कविताओं में जहां उन्होंने कोरोना महामारी को लेकर अपनी रचनाएं प्रस्तुत की वहीं उनकी तीसरी रचना देश के वीर जवानों को समर्पित है।
बातचीत के दौरान स्नेहा ठाकुर ने अपनी इस कविता के लिखने के पीछे की प्रेरणा के बारे में बताते हुए कहा की अभी कुछ दिन पहले जम्मू कश्मीर में भारतीय सीमाओं की रक्षा करते हुए जिन पांच जवानों ने अपनी शहादत दी है तो घटना ने उन्हें व्यथित किया। साथ ही एक अन्य घटना को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक फौजी द्वारा एक वीडियो के माध्यम से अपनी व्यथा बताई गई थी। इस घटना ने उन्हें बहुत व्यथित किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस वीडियो में फौजी ने अपनी व्यथा को बताते हुए कहा था कि जब वे किसी ट्रेन या बस के द्वारा सफर करते हैं तो बहुत बार देखने में आया है कि कोई भी नागरिक उन्हें सीट छोड़ने को राजी नहीं होता है जबकि यही फौजी अपने परिवार और जान की परवाह किए बिना दिन रात अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए दुश्मनों के सामने सरहद पर सीना ताने खड़े रहते हैं।
हिमालय ने आगे बताया कि उन्हें इन्हीं घटनाओं ने सोचने पर मजबूर किया और उन्होंने कुछ ही घंटों के भीतर अपनी इस कविता की रचना कर डाली। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से जनता से आवाहन किया है कि हम देश के वीर सपूतों का सम्मान करें उन्हें वह आदर प्रदान करें जिसके वे अधिकारी हैं। उन्होंने विदेशों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए देश के नागरिकों से प्रार्थना की है कि जिस प्रकार विदेशों में जब कोई फौजी किसी बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट पर दिख जाता है तो लोग उसके सम्मान में उसको सैल्यूट करते हैं हमें भी उसी प्रकार अपने रक्षकों को दिल से सम्मान करते हुए उन्हें यह एहसास दिलाना चाहिए कि वे हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण कड़ी है.
भावी अध्यापिका स्नेहा ठाकुर ने बताया की वह आगे भी इस प्रकार से अपने लिखने का क्रम जारी रखेंगी…