मंडी ! उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि यह तय बनाया जाएगा कि जिला मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रशासन ने जिला में सभी व्यापार मंडलों को लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस कवर पहनने को प्रोत्साहित करने में सहयोग का आग्रह किया है। इसे लेकर सभी व्यापार मंडल सहयोग के लिए आगे आए हैं। मंडी व्यापार मंडल ने सोशल डिस्टेंसिंग और फेस कवर पहनने पर ही उपभोक्ताओं को सामान देने की सूचना वाले स्टीकर भी दुकानों के बाहर लगाए हैं।
बाजारों में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
उपायुक्त ने कहा कि जिलाभर में बाजारों में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, ताकि अधिक भीड़ से किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। लोग मार्केट के बाहर तक गाड़ी में आ सकेंगे तथा वहां से उन्हें गाड़ी पार्क करके पैदल ही मार्केट आना होगा। शहरी व ग्रामीण सभी क्षेत्रों में यह व्यवस्था पुलिस प्रशासन द्वारा लागू की जाएगी। दुकानों में खरीददारी करते समय आपस मे 2 गज की दूरी बनाए रखने के मानक का पालन करना होगा।
हर सूरत में हो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
ऋग्वेद ठाकुर ने छूट की अवधि में यदि किसी भी दुकान पर बहुत ज्यादा भीड़ पाई गई या दुकानदार द्वारा उस भीड़ को कंट्रोल नहीं किया गया तो प्रशासन को विवश होकर उस दुकान को तुरन्त बंद करना पडे़गा। और जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती तब तक वह दुकान बंद रहेगी। उन्होंने व्यापरियों एवं जनता से अनुरोध किया कि हर सूरत में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
14 दिन को अनिवार्य होम क्वारंटाइन
उपायुक्त ने कहा कि स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति जो राज्य से बाहर से आ रहा है उसे 14 दिन के अनिवार्य होम क्वारंटाइन में रहना होगा। साथ ही राज्य से बाहर जाने वाले व्यक्ति को जिला में वापसी पर 14 दिन का होम क्वारंटाइन अनिवार्य होगा।
3200 आए, 10 हजार के और आने की संभावना
उपायुक्त ने कहा कि बाहरी राज्यों से जिला में हाल में 3200 लोग आए हैं । अभी जिला प्रशासन से कर्फ्यू पास लेकर हर दिन 700 से 800 लोग अन्य राज्यों से जिला मंडी में प्रवेश कर रहे हैं। इन सभी लोगों को पूरी तरह होम क्वारंटाइन में रखा गया है। आने वाले 4-5 दिनों में अन्य राज्यों से लगभग 10 हजार के आसपास लोगों के जिला मंडी में आने की सम्भावना है।
उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि जिन्हें होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया है वे ईमानदारी से इसका पालन करें। यदि किसी के घर पर अलग से क्वारंटाइन के लिए कमरे की व्यवस्था नहीं है तो उसकी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा पंचायत स्तर पर भी की गई है, जिसमें वह व्यक्ति स्वयं को क्वारंटाइन कर सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने सभी लोगों के जरूरी दवाइयां उनके घरद्वार पर मुहैया करवाने की पुख्ता इंतजाम किए हैं और लोग इस सेवा का पर्याप्त लाभ ले रहे हैं।