शिमला। एसडीएम ने ड्रग इंस्पेक्टर सोनम नेगी और खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर ग्रेड वन सुनील मेहता के साथ बालूगंज में दुकान पर छापा मारा। इससे पहले एक व्यक्ति को ग्राहक बनाकर दुकान में सैनिटाइजर खरीदने के लिए भेजा। दुकानदार ने व्यक्ति को महंगी दरों पर सैनिटाइजर बेचा। इसके बाद एसडीएम की अगुवाई में पूरी टीम ने केमिस्ट शॉप पर दबिश दी और दुकान पर रखा सैनिटाइजर का स्टॉक खंगाला। एसडीएम शिमला शहरी नीरज चांदला ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि बालूगंज की केमिस्ट शॉप पर सैनिटाइजर निर्धारित रेट के मुकाबले महंगी दरों पर बेचे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 21 मार्च को कोविड-19 फैलने के बाद सरकार ने सैनिटाइजर को अनिवार्य वस्तु घोषित कर इसके रेट फिक्स किए हैं।
इसके तहत 100 एमएल सैनिटाइजर 50 रुपये और 200 एमएल सैनिटाइजर 100 रुपये में बेचा जा सकता है। बावजूद इसके बालूगंज में केमिस्ट शॉप पर सैनिटाइजर प्रिंट रेट पर बेचकर दुकानदार मनमानी कर रहा था। दुकानदार का सैनिटाइजर का पूरा स्टॉक सीज कर दिया है और अब जितने सैनिटाइजर मनमाने दाम पर बेचे गए हैं उसका आंकलन करने के बाद पेनल्टी लगाई जाएगी। हालांकि दुकानदार का तर्क था कि उसे सरकार के आदेशों की जानकारी नहीं थी, इसलिए वह प्रिंट रेट पर ही सैनिटाइजर बेच रहा था।
एसडीएम शिमला शहरी नीरज चांदला ने शहर के लोगों से आग्रह किया है कि वह जागरूकता दिखाते हुए दुकानों से सरकार की ओर से निर्धारित दामों पर ही सैनिटाइजर और मास्क खरीदें। कोई दुकानदार ओवर चार्जिंग करता है तो इसकी शिकायत जिला प्रशासन को करें ताकि ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जा सके।