हमीरपुर । उपायुक्त श्री हरिकेश मीणा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण बाहरी राज्यों से हमीरपुर जिला में लौटने वाले लोगों की निगरानी के लिए पंचायत वार्ड स्तर पर टीमें गठित की जा रही हैं। ऐसे सभी लोगों की जिला की सीमा पर पूरी जानकारी लेने के साथ ही समुचित जांच भी की जा रही है। इन्हें घर में ही अनिवार्य रूप से संगरोध रहना होगा।
उन्होंने आज सभी उपमंडलाधिकारियों (ना.), खंड विकास अधिकारियों एवं खंड चिकित्सा अधिकारियों के साथ इस बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा भी की। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री रत्तन गौत्तम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्री हरिकेश मीणा ने कहा कि जिला के सभी छह नाकों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है और बाहर से आने वाले प्रत्येक वाहन एवं व्यक्ति की जानकारी एकत्र की जा रही है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति की जांच इन नाकों पर सुनिश्चित की गई है। अगर किसी में बुखार इत्यादि के लक्षण पाए जाएंगे तो उस व्यक्ति को पृथक किया जा रहा है और आवश्यकता पड़ने पर उसके नमूने भी जांच हेतु लिए जाएंगे। सीमावर्ती नाकों पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन के निगरानी दल दिन-रात कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से लौट रहे लोगों को घर पर ही संगरोध (क्वारंटीन) रहना होगा और इसकी अवहेलना करने वालों को शेष अवधि के लिए संस्थागत संगरोध केंद्रों में भेज दिया जाएगा। यह केंद्र संबंधित पंचायतों में ही स्थापित किए जा रहे हैं जिनके लिए स्कूलों को भी चिह्नित किया जाएगा। संगरोध में रहने वाले व्यक्तियों की निगरानी के लिए आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता, पंचायत सचिव इत्यादि की टीम गठित की जा रही है। पंचायतें इसमें एक इकाई के रूप में कार्य करेंगी। प्रत्येक तीन पंचायतों पर एक नोडल निगरानी अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्षों को और सशक्त किया जा रहा है। तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसमें शामिल किए जा रहे हैं जो पंचायतों में पहुंचने वाले लोगों की दैनिक आधार पर जानकारी प्राप्त करेंगे और संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ लगातार सम्पर्क एवं समन्वय बनाए रखेंगे। उनकी ओर से आने वाली शिकायतों के निवारण में भी सहयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले इन सभी लोगों का तीन स्तर पर डाटा एकत्र किया जाएगा जिसमें नाकों पर पुलिस, पंचायत स्तर तथा स्वास्थ्य विभाग की निगरानी टीमें इसके लिए गठित की गई हैं। बाहर से आने वाले लोगों को अपने मोबाइल पर अनिवार्य रूप से आरोग्य सेतु एप डाऊनलोड करना होगा। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि वे कोई भी जानकारी न छिपाएं और स्थानीय प्रतिनिधियों से सहयोग करें। स्थानीय व्यक्ति भी संगरोध की अवहेलना करने वालों की जानकारी स्थानीय पंचायत एवं प्रशासन को अवश्य दें।
जिला से भेजे 590 में से 553 नमूनों की रिपोर्ट नेगेटिव
उपायुक्त ने कहा कि हमीरपुर में कोरोना संक्रमित दो व्यक्तियों के मामले सामने आने के उपरांत अभी तक 590 नमूने जांच हेतु भेजे गए थे, जिनमें से 553 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। शेष 37 नमूनों की रिपोर्ट मिलना अभी बाकि है।