मंडी ! लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आदेशानुसार हिमाचल प्रदेश का समस्त साधू समाज मामले में न्याय की मांग को लेकर महाराष्ट्र के लिए कूच करेंगे।
श्री खड़ दर्शन संत समिति हिमाचल प्रदेश मंडल के महासचिव गीतानंद सरस्वती ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े से संबंधित दो संतों और उनकी गाड़ी के चालक की पीट-पीट कर हत्या करना संपूर्ण संत समाज पर एक गहरा आघात है। इस प्रकार की जघन्य अपराधिक घटना से संत समाज और पूरे देश में आक्रोश और शोक व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि घटना का वीडियो देखने से रूह कांप जाती है। उन्होंने कहा कि संतों के सुरक्षित समझे जाने वाला महाराष्ट्र अब आतताइयों का अड्डा बन कर रह गया है। उन्होंने कहा कि समिति के पदाधिकारियों का इस मामले को लेकर विचार विमर्श वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चल रहा है।
गीतानंद सरस्वती ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के चले हुए लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आदेशानुसार हिमाचल प्रदेश का समस्त साधू समाज मामले में न्याय की मांग को लेकर महाराष्ट्र के लिए कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि साधू के एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में आतताइयों का नाश करने के लिए भाला भी है। उन्होंने कहा कि अखाड़े के दिशानिर्देशानुसार महाराष्ट्र सरकार का घेराव भी किया जाएगा।
गीतानंद सरस्वती ने मामले में हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की जल्द सुनवाई खत्म कर फांसी देने की मांग की है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से भी साधू संतों को जल्द से जल्द न्याय प्रदान करने की गुहार लगाई है।