चम्बा ! कोविड -19 वायरस संक्रमण के खतरे के चलते भेड़ पालकों की दिक्कतों के समाधान को लेकर जिला में पशु पालन विभाग ने कार्य योजना के तहत उन्हें राहत पहुंचाने का काम किया है।
विभाग के उप निदेशक डॉ रवि प्रकाश ने बताया कि भेड़ पालकों को अपने रेवड़ के साथ चलते हुए लाॅक डाउन की वजह से खाने पीने का जरूरी सामान खरीदने में आने वाली दिक्कतों के हल को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर विभाग ने इसके लिए पुख्ता योजना बनाई और इसे अमली जामा भी पहनाया।
समस्या के मद्देनजर जिला के पशु चिकित्सा अधिकारियों ने अपने स्तर पर अब तक 50 राशन किटें इन जरूरतमन्द भेड़- पालकों को निशुल्क उपलब्ध करवाई। इसके अलावा उन्हें राशन किटें स्थानीय प्रशासन द्वारा भी उपलब्ध करवाई गई हैं।
जिला चम्बा के थुलेल, खरगट, लाहडू, ब्रंगाल, कोटी, डुनाली, लूना व लाके वाली माता में 8 ट्रांजिट कैम्पों के अलावा इस बार पशु पालन विभाग ने मोबाईल टीम के द्वारा भी भेड़ पालकों को जो ट्रांजिट कैम्पों के अलावा दूसरे रास्तों से जिले में प्रवेश करते हैं, उनकी मदद के लिए जगह-जगह पर उन्हें भेड़ -बकरियों की दवाईयाॅं, टीकाकरण एवं निशुल्क राशन किटों का आवंटन किया जा रहा है।
मोबाईल यूनिट ने अब तक 40 भेड़- बकरियों के झुण्डों को यह सुविधा उपलब्ध करवाई है । उन्होंने बताया कि जिले में 8 अप्रैल से शूरू हुए विभिन्न कैम्पों से अब तक करीब 500 भेड़ पालक एक लाख से ज्यादा भेड़- बकरियों के साथ कुल 410 भेड़ बकरियों के झुण्डों में रवाना हो चुके हैं ।
डॉ रवि प्रकाश ने कहा कि पशु पालन विभाग के स्टाफ द्वारा इन सभी घुमन्तु भेड़ पालकों का पूरा विवरण जिसमें भेड़ पालक का नाम एंव पूरा पता, भेड़- बकरियों की संख्या, उनका सर्दियों का स्थान और गर्मियों की चरागाह की जगहें, प्रत्येक भेड़ पालक का मोबाईल नंबर भी दर्ज किया गया जो विभाग का ताजा डाटाबेस भी बन रहा है।
इन सभी आकड़ों को प्रशासन के साथ भी साझा किया जा रहा है ताकि इन सब भेड़ पालकों के आवागमन का पूरा विवरण उपलब्ध रहे और कोविड -19 से बचाव में सहायक हो सके । ट्राजिंट कैम्पों में विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भेड़ पालकों को कोविड -19 वायरस के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं।