चम्बा ! जिला मुख्यालय के अग्निशमन केंद्र में राष्ट्रीय अग्निशमन सर्विस दिवस का आयोजन गया। इस मौके पर विभाग के अधिकारी राजेंद्र ने बताया कि हर वर्ष आगामी 14 से 20 मई तक लोगों को आग की घटनाओं से बचाव के बारे में जागरूक किया जाता था। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण सिर्फ कार्यालय मे ही सर्विस दिवस मनाया गया।
उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल, 1944 को विक्टोरिया डाक बंबई में सेना की विस्फोट सामग्री से भरा पानी का जहाज आ की लपटों में समा गया। आग पर काबू पाने के लिए बंबई फायर सर्विस के एक सैकड़ों अधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल पर भेजे गए थे।
अटूट साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए इन जांबाज अग्निशमन कर्मचारियों ने आग पर काबू करने का भरसक प्रयत्न किया। आग पर नियंत्रण तो पा लिया गया, लेकिन इस कोशिश में 66 फायरमैनों को अपनी जान की आहुति देनी पड़ी।
उन्हीं 66 शहीद अग्निशमन कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के विभिन्न आयोजन पूरे सप्ताह भर चलते रहे हैं। सप्ताह के दौरान फायर ब्रिगेड द्वारा विभिन्न कारखानों, शैक्षणिक संस्थाओं आदि जगहों पर आग से बचाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है।