बद्दी ! नालागढ़ तथा औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी को कंटोनमेंट जोन घोषित करने के बाद जिला प्रशासन ने इन क्षेत्रों से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को खोजने के लिए माइक्रो लेबर पर एक्टिव केस फाइडिंग अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान में जिला प्रशासन ने 60 एक्टिव केस फाइडिंग (एसीएफ) टीमें लगाई हैं। जो घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की चैकिंग करेगी। यह स्वास्थ्य टीमें आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। प्रशासन ने इन्हें 20-20 के तीन ग्रुपों में बांटा है।
इसके साथ तीन मोबाइल बैन भी लगाई गई हैं। नालागढ़ के उपमंडल अधिकारी प्रशांत देष्टा ने बताया कि यह टीमें घर-घर और फैक्ट्रियों में जाकर सभी लोगों का स्वास्थ्य जांच करेगी। इस दौरान यदि कोई भी कोरोना वायरस से संदिग्ध मरीज पाया जाता है तो उसे मोबाइल बैन के जरिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि हॉट-स्पॉट घोषित हो चुके झाड़माजरी औद्योगिक क्षेत्र में माइक्रो लेबर पर हर व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच होगी।
उन्होंने कहा कि पूरे हॉट-स्पॉट एरिया की बारीकी के साथ स्कैनिंग की जाएगी। एसडीएम प्रशांत देष्टा ने कहा कि लोग एसीएफ टीम का पूर्ण सहयोग करें। यह स्वास्थ्य मित्र आपकी सहायता के लिए घर-घर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस स्वास्थ्य मित्रों को अपनी स्वास्थ्य संबंधी पूर्ण जानकारी सांझा करें। ताकि हम जल्द से जल्द वैश्विक संक्रमण से मुक्ति पा सकेें।
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस नालागढ़ और औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी में संदिग्ध कोरोना मरीजों को खोजने पर रहेगा। उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में तीन किलोमीटर के दायरे का चप्पा-चप्पा छान कर कोरोना वायरस केे संक्रमण से मुक्त किया जाएगा।