ज्वाली ! लाकडाउन के कारण मेला स्थागित होने से मिनी हरिद्वार में वीरानी छाई हुई !

0
3951
- विज्ञापन (Article Top Ad) -

ज्वाली ! जवाली का जिला स्तरीय बैसाखी मेला यहां पर 13 और 14 अप्रैल को एक बहुत बड़ा मेला लगता था जिसमें हजारों लोग विभिन्न क्षेत्रों से आते थे काफी चहलकदमी होती थी लेकिन इस बार करोना महामारी के चलते लगाए गए लाकडाउन के कारण मेला स्थागित होने से मिनी हरिद्वार में वीरानी छाई हुई है कोई भी मिनी हरिद्वार में नहीं दिखा। मान्यता है कि जवाली के मिनी हरिद्वार जवाली को पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान निर्मित किया था। पांडवों ने स्वर्ग जाने के लिए पौढ़ी का निर्माण करना शुरू किया था और इनका निर्माण एक ही रात में करना था। पांडवों ने छह माह की एक ही रात बना दी।

- विज्ञापन (Article inline Ad) -

अभी तक अढ़ाई पौढ़ी का ही निर्माण हुआ था कि इलाके में रह रही एक तेलिन चिल्लाते हुए बोली कि आखिरकार रात खत्म क्यों नहीं हो रही है जिस पर पांडवों द्वारा बनाई जा रही सीढ़ियां गिर गई और केवल सीढ़ियां ही बची जो कि आज भी यहां पर विद्यमान है आज भी इस स्थल की तुलना हरिद्वार से की जाती है। जो लोग हरिद्वार में जाकर स्नान नहीं कर सकते वे मिनी हरिद्वार के पावन सरोवर में स्नान करके पुण्य कमाते हैं इस बारे जब जवाली के अध्यन सलीम आजम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि क्रोना महामारी के चलते सरकार ने सभी मेलो वाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है इसी के तहत जवाली में 13 व 14 अप्रैल को मनाया जाने वाला जिला स्तरीय बैसाखी मेला इस बार स्थगित कर दिया गया है !

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति मिनी हरिद्वार में नहाने के लिए ना जाए उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मिनी हरिद्वार देहर खड्ड में मैं नहाता हुआ या घूमता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ केस दर्ज करके कड़ी कार्रवाई की जाए
बाईट सलीम आजम एस डीएम जवाली

- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

पिछला लेखशिमला ! हिमाचल में लॉक डाउन में दी जा सकती है ढील !
अगला लेखशिमला । मंडियों में उत्पाद लाने के लिए किसानों को पास में छूट !