कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। आने वाले 14 अप्रैल को लॉकडाउन की यह अवधि समाप्त हो रही है। ऐसे में लॉकडाउन को आगे बढ़ाने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सरकार में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि लॉकडाउन आगे बढ़ सकता है। कई विशेषज्ञों ने भी इसे बढ़ाने का सुझाव दिया है।
ऐसे में आखिर लॉकडाउन पर कुल्लू की जनता-जनार्दन की क्या राय है?
इस संदर्भ में पंचायत समिति अध्यक्षा आनी अंजना भारती ने कहा कि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखकर लगाता है कि लॉकडाउन बढ़ना ही चाहिए। जहां इतने दिन निकल गए, वहां कुछ दिन और सही। कम से कम जब बाहर निकलेंगे तब डर तो नहीं लगेगा।
शिक्षक बालकृष्ण कटोच ने कहा कि चिकित्सा विभाग के सुझाव के मुताबिक या फिर कम से कम 15 दिन और लॉकडाउन की सीमा को बढ़ा देना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने लॉकडाउन के पालन को सख्ती से कराने पर भी जोर दिया और कहा कि पुलिस के अलावा स्थानीय जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी जाए।
व्यवसायी राकेश ने कहा कि लॉकडाऊन खोलने से परेशनियां बढ़ सकती है । लॉकडाऊन से संक्रमण के फैलने की दर को कम किया जा सकेगा। इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान जो मामले पॉज़िटिव पाए जाएंगे उन्हें नियंत्रित तरीक़े से मैनेज किया जा सकेगा । इसलिए लॉकडाऊन होना अनिवार्य है ताकि सभी सुरक्षित रह सके ।
समाजसेवी व छात्रा रूही चौहान ने कहा कि लॉकडाऊन को बढ़ाना अनिवार्य है ,अगर एकदम 14 अप्रैल को लॉकडाऊन खोल दिया गया तो अफ़रा-तफ़री मचने की सम्भवना है क्योंकि अब हिमाचल के कई जिलें भी कोरोना की गिरफ्त में है । ऐसे में अगर कुछ दिन और लॉकडाऊन को बढ़ाया जाए तो हालात संभल सकते हैं ।