मंडी ! जहां एक ओर कोरोना महामारी को लेकर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। वहीं दूसरे ओर कुछ लोग इस समय पैसों के लालच में चांदी कूटने में लगे हुए हैं। ऐसे ही हैरान कर देने वाले मामले जिला मंडी में दिखने को मिल रहे हैं।
जिला मंडी की सीमाएं सील होने के बावजूद एसेंशियल कमोडिटीज सप्लाई करने की आड़ में लोगों को छुपा कर एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है। वहीं इसकी एवज में वाहन चालकों द्वारा लालच कि सभी हदे पार करते हुए हुए मात्र 20 से 30 किलोमीटर सफर के लिए 700 से लेकर एक हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। बेशक जिला पुलिस 24 घंटे नाकाबंदी कर सड़कों पर लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात है और अपनी डयूटी को भी बेखूबी से निभा रही है। लेकिन इस प्रकार नियमों को ताक पर रखते हुए बाहरी इलाकों से एसेंशियल कमोडिटीज की आड़ में लोगों को लाने से सुरक्षा में कभी भी सेंध लग सकती है।
सूत्रों के अनुसार एक व्यक्ति से सब्जी ला रही एक गाड़ी ने बलद्वाड़ा से सुंदरनगर आने के लिए 700 रूपयों का भुगतान किया गया। गाड़ी चालक द्वारा उक्त व्यक्ति को अपने साथ बतौर हेल्पर लाकर पुलिस को विभिन्न नाकों पर चकमा देने में कामयाब भी रहा। लेकिन इस प्रकार लोगों को जरूरती सामान उपलब्ध करवाने की आड़ में अवैध धंधा करने से कोरोना वायरस के खतरे को लेकर एक बड़ी चेतावनी बन गया है। उधर मामले पर दूरभाष के माध्यम से एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि गाड़ीयों की गहन जांच की जाएगी और अगर कोई इस तरह से पाया जाता है तो चालक और सवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।