नालागढ़ के रामशहर रोड़ पर स्थित मुस्लिम मरकज से प्रशासन द्वारा 43 लोगों को रेस्क्यू कर क्वॉरेंटाइन में भेजा गया है। जानकारी के अनुसार 18 मार्च को नालागढ़ के रामशहर रोड़ पर मुस्लिम मरकज में तकरीबन 43 मुस्लिम समुदाय के लोग गाजियाबाद से नालागढ़ में आए थे और उनमें से कुछ लोगों को नालागढ़ की विभिन्न पंचायतों में ठहराया गया था। जिन्हें नालागढ़ प्रशासन द्वारा सभी को रेस्क्यू कर क्वॉरेंटाइन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
नालागढ़ के एसडीएम और एसपी रोहित मालपानी की निगरानी में धारा 144 के अंतर्गत जांच केंद्र पहुंचाया गया है। बद्दी से भी दो लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है और अब उन्हें भी जांच केंद्र पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना की वजह से लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच लोग 12 दिन से यहां रह रहे थे और प्रशासन को इसकी कोई सूचना तक नहीं दी गई थी, मंगलवार को इनके एक मरकज में इकट्ठे होने की सूचना प्रशासन को मिली, जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में इन्हें तुरंत मरकज से निकालकर पुलिस के पहरे में क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया।
बाहरी राज्यों से नालागढ़ में बाहरी राज्यों से तबीलीगी जमात के लिए आए 43 लोगों का मंगलवार को खुलासा हुआ है। ये लोग दो सप्ताह पहले बद्दी-नालागढ़ की विभिन्न मस्जिदों में धार्मिक प्रचार के लिए घूम रहे थे। अब जाकर प्रशासन को सूचना मिली है, जिसके बाद तुरंत पुलिस व स्थानीय प्रशासन की टीम पहुंची। उधर, मरकज के प्रबंधक का कहना है कि उन्होंने 25 मार्च को दिल्ली पुलिस को इन लोगों के मरकज में आने की सूचना दे दी थी। उनका कहना है कि मरकज में इन्हें बाकायदा सोशल डिस्टेंसिंग में रखा गया था।
मामले की पुष्टि करते हुए एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देशटा ने बताया कि सभी 43 लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर लेबर हॉस्टल में भेज दिया गया है और उनकी जांच की जा रही है। जहां अब ये सभी लोग डाक्टरों की निगरानी में हैं, हालांकि अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोना का कोई ऐसा लक्षण नहीं पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल करवाया जा रहा है, ताकि कोई अगर संदिग्ध होते उसे तुरंत भर्ती किया जाए।