शाहपुर ! हिमाचल प्रदेश सिंचाई एवं जन-स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल।

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शाहपुर ! हिमाचल प्रदेश सिंचाई एवं जन-स्वास्थ्य विभाग शाहपुर में विभाग द्वारा हजारों लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। कई हजार लोगों को बिना फिल्टर किए ही खड्ड का दूषित पानी परोसा जा रहा है। एक तरफ पूरा भारत देश करोना वायरस से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ सबंधित विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है। अभी हाल ही में जिला कांगड़ा के ही शाहपुर में दो मामले करोना के पॉज़िटिव पाये गए हैं। उससे भी विभाग ने कोई सबक नहीं लिया है। शाहपुर के ही निकट हटली हाड़ा में लगातार दूसरी बार मरे हुये सांप व किसी मरे हुये अन्य जानवर के अवशेष मिलने से लोग दहशत में हैं।

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स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तो सारा भारतबर्ष करोना को लेकर सहमा हुआ है और यहां सबंधित विभाग हजारों लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कैसे कर सकता है। लोगों का कहना है कि यह पीने के पानी की सप्लाई बोह –दरिणी खड्ड से आती है वहां पर पानी के सोर्स वाली जगह बहुत ही गंदी है। वहां पर विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है और न ही पीने के पानी को साफ करने का कोई यंत्र लगाया गया है। इस दूषित पानी की सप्लाई हटली, शाहपुर, डोहव, कैरी, हरनेरा व ओर कई जगह दी हुई है। जिससे की इस दूषित पानी को पीने के लिए हजारों की संख्या में लोग मजबूर हैं।

उधर शिकायत कर्ता ने बताया कि जब विभाग के अधिकारियों को सूचित किया गया तो वह टाल-मटोल करने लगे व उल्टा ही शिकायत करने वालों को खरी-खोटी सुनाने लगे। सबंधित विभाग के जेइ का कहना है कि जानबूझ कर शिकायत कर्ता द्वारा मरे हुये जानवर के अवशेष टंकी मे डाले गए हैं। पीड़ित व्यक्ति की पानी की टंकियाँ साफ करवाकर विभाग ने अपना पल्ला झाड लिया है। लगातार दूसरी बार मरे हुये जानवरों के अवशेष मिलने से स्थानीय लोग करोना वायरस व अन्य बीमारी लगने से सहमें हुये हैं। लोगों ने विभाग व सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पानी के सोर्स की सफाई करके वहां पर कीटाणुनाशक दवाई स्प्रै की जाए व फिल्टर भी लगाए जायें। जिससे की पानी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।

सिंचाई एवं जल स्वास्थ्य विभाग के उपमंडल शाहपुर के सहायक अभियंता अनीश ठाकुर से बात की गई तो उन्होने बताया कि हमारी पाइप लाईन की सप्लाई बहुत दूर तक है। इस सोर्स से लगभग सात पंचायतों को पीने के पानी की सप्लाई दी जाती है। शिकायत कर्ता के घर जब विभाग के कर्मचारी गए तो मास के टुकड़े व मरे हुये सांप के अवशेष पाये गए। यह सब कैसे हुआ विभाग इसकी जानकारी नहीं जुटा पाया।

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