भारत के राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति ने लिया राज्यों की तैयारियों का जायजा !

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शिमला ! राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज यहां राष्ट्रपति भवन और राजभवन के बीच आयोजित डिजिटल वीडियो काॅन्फ्रेंस में भाग लिया। भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद ने नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में अपने कार्यालय से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपालों और उप-राज्यपालों को संबोधित किया, और उनके साथ कोविड-19 को लेकर तैयारियों व उठाए गए एहतियाती कदमों की जानकारी ली।

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भारत के राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति द्वारा राज्यपालों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेस में उठाए गए मुख्य बिन्दु !
ऽ वित्त मंत्री द्वारा घोषित 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचना चाहिए।
ऽ गरीब और जरूरतमंद को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए तथा कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए।
ऽ आवश्यक आपूर्ति को बनाए रखा जाना चाहिए।
ऽ सामुदायिक रसोई और चिकित्सा आपूर्ति रेडक्राॅस के माध्यम से शुरू की जाएगी।
ऽ गैर सरकारी संगठन और धार्मिक और धर्मार्थ संगठनों को शामिल किया जाना चाहिए।
ऽ प्रवासी श्रमिकों की मदद की जाए।
ऽ लोगों से किताबें, योग, आध्यात्मिक गतिविधियाँ पढ़कर घर पर समय बिताने के लिए कहें।
ऽ नामित विक्रेताओं के माध्यम से घर तक सामान उपलब्ध करवाने के लिए मोबाइल वेंडिंग सेवाएं शुरू की जानी चाहिए।

वीडियो काॅन्फ्रेस के समापन पर माननीय राष्ट्रपति द्वारा दी गई टिप्पणी !
ऽ राज्यपालों को स्थिति की निगरानी और मार्गदर्शन करना चाहिए और राज्य सरकारों को नियमित रूप से सलाह देनी चाहिए।
ऽ राज्यपाल स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रतिदिन या दो दिनों में एक बार मुख्यमंत्री से बात कर सकते हैं।
ऽ यदि संभव हो तो राजभवन में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की जा सकती है, जहाँ मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और अन्य महत्वपूर्ण कार्यकत्र्ता (यदि आवश्यक हो) माननीय राज्यपालों के साथ स्थिति और तैयारियों पर चर्चा कर सकते हैं।

इस अवसर पर, राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति नियंत्रण में है और वह स्वयं भी नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव तथा अन्य अधिकारीयों के निरंतर सम्पर्क में हैं। प्रदेश में पूर्ण समन्वय के साथ कार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे निर्देर्शों पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश के उपायुक्तों तथा अन्य अधिकारीयों के साथ टेली कांफ्रेंस के माध्यम से प्रबंधों की समीक्षा की है और उचित दिशा-निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में विशेष रूप से जनजातीय लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए सरकार को सुझाव दिए हैं, जिनपर अमल किया जा रहा है। उन्हें खाद्यान्न और अन्य सामग्री की कोई कमी न हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सेना के उच्च अधिकारीयों के साथ बात करके उनकी तैयारी की भी जानकारी ली गई है।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि उन्होंने मजदूरों, असंगठित क्षेत्र के कर्मियों, और प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में सरकार के प्रबंधों की समीक्षा कर के अधिकारीयों को उचित आदेश दिए हैं। उनके लिए राशन, दवाओं, भोजन, और पानी की समुचित व्यवस्था बनाये रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 2248 लोग विदेश से आये हैं, इन सब को निगरानी में रखा गया है। इनमे से 633 लोग असिमटोमेटिक थे, जिन्होंने 28 दिन की कोरांटीन अवधि पूरी कर ली है। 184 लोग राज्य छोड़ कर चले गए हैं। 26 मार्च तक प्रदेश में कुल 133 लोगों के सेम्पल जांचे गए हैं जिन में से तीन मामले पाजीटिव पाए गए। इनमंे से एक व्यक्ति की 23 मार्च, 2020 को मृत्यु हो गई। यह व्यक्ति 68 वर्षीय तिब्बती था जो अमरीका से आया था। उसके सभी सम्पर्कों की पहचान करके आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। अभी प्रदेश में 1422 लोग घरों में कोरांटीन में हैं। प्रदेश मे सभी जरूरी सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। राशन का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। स्वास्थ्य संस्थानों में – मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल- आइसोलेशन वार्ड बना दिए गए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि राज्य स्तर पर इस महामारी को देखते हुए रेडक्राॅस की भूमिका को लेकर बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। रेडक्राॅस की सभी शाखाओं और स्वयंसेवकों को उपायुक्तों के मार्गदर्शन में काम करने को कहा गया है। रेडक्राॅस शाखाएं जिलों में गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन, पानी, दवाइयां आदि उपलब्ध करवा रही हैं। रेडक्राॅस सोसाइटियों द्वारा जिला स्तर पर स्वयम सेवी संगठनों के साथ मिल कर मास्क, प्रोटेक्टिव गियर आदि बनाने का काम भी शुरू किया है जो चिकित्सकों के सहयोगियों और सफाई कर्मियों के लिए उपयोगी हैं।

राज्यपाल के सचिव श्री राकेश कंवर, राजभवन के अधिकारी और एनआईसी के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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