धर्मपुर मंडल के टिहरा लोकनिर्माण उपमंडल द्धारा बांदल रेस्ट हाउस के पास लगाया जा रहा डंगा पूरा होने से पहले ही तीन दिन पहले हुई वर्षा में ढह गया, औऱ लाखों रुपये का नुक्सान हो गया है। ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने इसके लिए विभाग से ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाई करने की मांग की है औऱ डंगा गिरने के स्थान पर अस्थायी रेलिंग लगाने की भी मांग की है ताकि यहां कोई दुर्घटना न हो।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जो डंगा गिरा है उसकी बुनियाद ठेकेदार कच्ची मिट्टी पर ही रख दी गई थी और तीन दिन पहले हुई वारिश में यहजड़ मूल से ही गिर गया। जो ये दर्शाता है कि विभगीय अधिकारी ठेकेदारों को मुनाफ़ा देने के लिए कामों की गुणवत्ता के साथ समझौता कर रहे हैं।
ज़िला पार्षद ने ये भी आरोप लगाया है कि इस डंगे में सीमेंट, रेत और बजरी का अनुपात भी सही नहीं लगाया गया है और डंगे के बीच में बड़े बड़े बोल्डर पत्थर भरे हुए थे जिसकारण ये डंगा गिरा है।भूपेंद्र सिंह ने अधिशासी अभियंता से मांग की है कि इसकी जांच कराई जाए और निगरानी करने वाले अधिकारी के ख़िलाफ़ भी एक्शन लिया जाये।उनोहनें आरोप लगाया है कि धर्मपुर मंडल में राजैतिक सरंक्षण प्राप्त ठेकेदारों की मनमर्जी से घटिया किस्म के निर्माण कार्य हो रहे हैं और भरस्टाचार ब्याप्त है जिसे राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त है।उनोहनें यहां हो रहे घटिया किस्म के कामों पर सवाल खड़े किए हैं कियूंकि यहां सभी ठेके राजनीतिक आधार पर सत्ताधारी पार्टी व नेता द्धारा अपने कार्यकर्तओं को बांटे जाते हैं और सभी जगह उनकी गुणवत्ता सही नहीं है औऱ सभी पैसा कमाने में लगे हैं और पूछने वाला कोई नहीं है।
धमपुर में सरकारी कर्मचारी औऱ अधिकारी भी इन ठेकेदारों के दबाब में काम करते हैं और कार्यों की गुणवत्ता से समझौता करते हैं।जिसके परिणामस्वरूप धमपुर मंडल में अधिकांश कार्यों में मेटिरियल की रेसो सही नहीं लग रही है। बांदल में गिरे डंगे से होते हुए हर रोज़ एसडीओ वहां से गुज़रते हैं लेकिन उसके बाबजूद घटिया निर्माण सामग्री डंगे में इस्तेमाल की गईऔऱ डंगे की बुनियाद भी सही नहीं रखी गई इसलिए अधिकारीयों के विरुद्ध भी कार्यवाई होनी चाहिये।