चम्बा ! कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए हिमाचल सरकार ने सभी जिलों में दिशा निर्देश लागू कर दिए है ओर 31 मार्च तक सभी शिक्षण संस्थान ,स्कूल,कॉलेज, आंगनवाड़ी केंद्र बन्द रखने के निर्देश दे दिए गए है लेकिन जिला चम्बा के तीसा ब्लॉक में सरकार के आदेशों को दरकिनार कर के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में लोगो व बच्चो की भिड़ इकठा करके निर्देशो का उलंघन किया जा रहा।आपको बता दे कि कोरोना वायरस के चलते जिला कांगड़ा में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसके तहत 4-5 से अधिक लोग अब एक जगह जमा नहीं हो सकते हैं और ना भीड़ एकत्र कर सकते हैं।
प्रशासन के आदेश अनुसार जिला कांगड़ा में एक महीने (15 अप्रैल) तक सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गयी है। ये सब कोरोना वायरस को लेकर ऐसा किया गया गया है, ताकि लोगों में यह वायरस नहीं फैले। सरकार द्वारा जनता के लिए जारी किए परामर्शों के अनुरूप यह आदेश एक एहतियाती कदम है। इसके तहत उन्हें बड़ी संख्या में बाहर निकलने और किसी भी प्रकार के सामूहिक समारोहों, भीड़, समागम से बचने की सलाह दी गई है।इतना ही नहीं, स्कूल-कॉलेज एवं आंगनबाड़ी केंद्र को पहले ही 31मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। सभा, धरना, प्रर्दशन, मेला, जुलूस पर भी अब पाबंदी लगा दी गई है। वहीं, संबंधित अधिकारियों को इसके संबंध में निर्देश भी दिए गए है।
लेकिन उपमंडल चुराह में ये सब कुछ खोखला दिखाई दे रहा है ओर सेन्टरों में लोगो व बच्चो को एकत्रित किया जा रहा है। क्योंकि बाल विकास अधिकारी तीसा द्वारा ये आंगनवाड़ी वर्करों को आदेश दिए जा रहे है। तो इससे साफ दिखाई देता है कि इन विभागीय कर्मचारियों को सरकार से कोई भी लेना देना नही है जिस तरह पूरे हिमाचल में देखने को मिल रहा है कि इस तरह की कोई भी गतिविधियों नही की जा रही है और इन सब पर प्रतिबंध लगा दिया गया है तो चुराह की आंगनवाड़ी वर्करों से मजबूरन लोगो की भीड़ इकठा करवा के साफ जाहिर किया जा रहा है इन आला अधिकारियों पर सरकार के आदेशों की जु तक नही रेंगी है।
आखिर क्यों हर बार चुराह की भोली भाली जनता को गुमराह किया जाता है।जिस तरह पूरे विश्व भर में कोरोना वायरस की महामारी से हजारों लोग जूझ रहे है। तो क्यों इस तरह से सरकार के आदेशों का उलघन किया जा रहा है चुराह की जनता ने सरकार से गुजारिश की है कि ऐसे आला अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भाविष्य में इस तरह की कोई भी सरकार के आदेशों की अनदेखी न हो।