जवाली ! माता-पिता पथरीले व कच्चे रास्ते से अपने 12 वर्षीय बेटे को रोजाना कंधे पर उठाकर मुख्य मार्ग तक छोड़ते हैं तब जाकर लाड़ला स्कूल पढ़ने पहुंच पाता है और शाम को पढ़ने उपरांत इसी प्रकार कंधे पर उठाकर माता-पिटक वापिस घर पहुंचते हैं। यह वाक्य विकास खंड नगरोटा सूरियां की ग्राम पंचायत नंदपुर भटोली का है। नन्दपुर भटोली का 12 वर्षीय अनमोल कुमार जन्म से ही स्पाइन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी के चलते शारीरिक रूप से 80 प्रतिशत अक्षम है। अक्षम होने के बावजूद भी अनमोल कुमार की पढ़ाई में काफी लगन है तथा माता-पिता भी उसके इस हौंसले को यथार्थ बनाए रखने में प्रयासरत हैं। शारीरिक रूप से अक्षम अनमोल कुमार नगरोटा सूरियां में पढ़ने को जाता है तथा उसके घर का रास्ता पथरीली व कच्चा है। उसके घर से मुख्यमार्ग की लंबाई करीबन 500मीटर है तथा इस रास्ते पर सही-सलामत लोगों का गुजरना मुश्किल हो जाता है तो शारीरिक रूप से अक्षम अनमोल कुमार कैसे गुजर सकता है। इस मार्ग पर व्हील चेयर भी नहीं चल सकती है। ऐसे में अनमोल कुमार को उनकी माता सुमन लता व पिता ओम प्रकाश रोजाना 500 मीटर लंबा कच्चा रास्ता कंधे पर उठाकर लाते हैं और शाम को इसी प्रकार वापिस लेकर जाते हैं। अनमोल कुमार के पिता ओम प्रकाश निजी कंपनी में कार्य करते हैं तो ऐसे में अनमोल कुमार की माता सुमन लता उसे रोजाना छोड़ने व वापिस लेने आती है। सुमन लता के इस हौसले का हर कोई मुरीद है। अनमोल कुमार के पिता ओम प्रकाश ने बताया कि रास्ते को पक्का करवाने बारे पंचायत प्रधान और प्रशासन को कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन आजतज रास्ता पक्का नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा इस कार्य के लिए लंबे समय से पैसा भी मंजूर हो चुका है और रास्ते के निर्माण संबंधित सारे दस्तावेज जैसे कि पर्चा, ततिमा, एफिडेविट बगैरा ग्राम पंचायत नंदपुर भटोली को सौंप दिए गए हैं लेकिन पंचायत मार्ग को पक्का नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलेंगे तथा इस समस्या से उन्हें रू व रू करवाएंगे।
शारीरिक रूप से अक्षम अनमोल कुमार ने मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर और प्रशासन से मांग की है कि रास्ते को जल्द से जल्द पक्का करवाएं ताकि वह अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर सके।