करसोग ! ग्राम पंचायत बगैला का काण्डा गांव आजादी के 72 बर्षों बाद अभी तक बस सुविधा व ऐंबुलेंस सुविधा से नहीं जुड़ पाया है। तहसील हैडक्बाटर से मात्र 13 किलोमीटर दुरी पर यह गांव स्थित है गौर करने योग्य बात यह है कि जब आजादी की लड़ाई का बिगुल करसोग क्षेत्र से बजा तो वो आजादी की लड़ाई का बिगुल इसी काण्डा गांव से बजा था। और आजादी के इतने बर्षों बाद अभी तक काण्डा गांव सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाया ।इस गांव में अभी आंशिक मात्र सड़क पहुची है। वो भी लोगों ने अपने पैसों और मात्र भाजपा सरकारों के रहते निकली है। इस संदर्भ में एक प्रतिनिधि मंडल विधायक श्री हिरालाल जी से मिला।
विधायक ने लोगों की बात ध्यान पूर्वक सुनी और कहा कि इस सड़क पर जब भी काम हुआ है वो भाजपा के समय में हुआ है। और स्पष्ट किया कि इस सड़क का FRA हो गया है। लोग निजी जमीन देने में सहयोग करे। ताकि काम युद्ध स्तर पर हो। और विधायक महोदय ने कहा कि अप्रैल में बस काण्डा से होकर मांहू नाग पहुंचे। यह जानकारी लिखित रुप में पुर्व में रहे BDC लीलाधर ने दी है। और कहा है कि सडकें मानव जिवन की भाग्य रेखा हैं। इस पर कभी कोई राजनीतिक नहीं होनी चाहिए। सड़क निर्माण से मानव जिवन का कल्याण होता है ।