सरकाघाट ! मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी धर्मपुर और सरकाघाट कमेटियों की सयुंक्त बैठक सरकाघाट में आयोजित की गई। जिसमें पार्टी के राज्य कमेटी के सदस्य भूपेंद्र सिंह व मुनीष शर्मा तथा दिनेश ठाकुर, दिनेश काकू, प्रकाश सकलानी, राम चन्द ठाकुर, रूप चन्द, टेक सिंह सकलानी, मेहर सिंह पठानिया, रणताज़ राणा, मोहन लाल, दीपक प्रेमी, बी डी शर्मा, नरेंद्र कुमार, विकास सकलानी,राजीव कुमार, मान सिंह सहित चार दर्जन सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयार करने के लिए जनगणना के साथ करवाये जाने वाले सर्वेक्षण का पार्टी विरोध करेगी और इसके लिए पार्टी गांव स्तर पर अभियान चलाएगी। जिसके तहत एक सौ गावँ में बैठकें करके जनता को जागरूक किया जाएगा। जिसके तहत पर्चा वितरण किया जाएगा और 23 मार्च शहीदी दिवस पर सरकाघाट में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। माकपा नेता व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि एन पी आर को लागू ना करने का सबसे पहले निर्णय केरल में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने लिया था और अब तक 12 राज्य सरकारों ने इसे लागू न करने का फ़ैसला ले लिया है औऱ सभी राज्यों में इसका विरोध हो रहा है। इसी प्रकार राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर एन पी आर बनाने के फैसले का भी पूरे देश में विरोध हो रहा है क्योंकि ये सारे काम हमारे देश के सविंधान की मूल प्रस्थापना औऱ धर्मनिरपेक्ष सिद्धान्त के ख़िलाफ़ है।
इसके अलावा बैठक में हिमाचल सरकार द्धारा पेश किए गए जनविरोधी बजट के ख़िलाफ़ औऱ सरकार द्धारा जनता को दी जाने वाली सेवाओं से हाथ पीछे खींचने के ख़िलाफ़ 31 मार्च को विधानसभा को घेरने की योजना भी तैयार की गई जिसमें सैंकड़ों कार्यकर्ता शिमला जायेंगे। जिसमें सरकार से मज़दूरों को दिल्ली सरकार की तर्ज पर न्यूनतम वेतन साढ़े चौदह हज़ार रुपए देने,आउटसोर्सिंग के बजाए रैगुलर रोज़गार देने, मनरेगा में एक सौ बीस दिन का रोजगार देने औऱ मज़दूरी 275 रु देने, बन्दरों व आवारा पशुओं की समस्या से निज़ात दिलाने, प्रदेश में बढ़ते नशे, दलितों औऱ महिलाओं पर बढ़ती हिंसा और अत्याचारों पर रोक लगाने, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी औऱ किसानों की समस्या औऱ ओल्ड पेंशन योजना बहाल करने की मांग को प्रमुखता से उठाया जाएगा। पार्टी 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती समारोह का भी आयोजन करेगी।इसके अलावा बैठक में इस वर्ष के अंत में होने वाले पंचायतों के चुनावों की भी रणनीति तैयार की गई जिसमें दोनों विधानसभा क्षेत्रों से दो दो ज़िला परिषद वार्डों से चुनाव लड़ने का भी निर्णय लिया गया।बैठक में सोशल मीडिया,दलितों की समस्याओं, नशा मिटाओ-हिमाचल बचाओ अभियान चलाने की भी रूपरेखा तैयार की गई।