चम्बा ! पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में एनेस्थीसिया विभाग में पैन क्लिनिक शुरू किया गया हे। जिसमे किसी भी प्रकार के दर्द का अत्याधुनिक तकनीकों से निवारण किया जा रहा हे। इस तकनीक के द्वारा पीठ का दर्द, सर्वाइकल पैन , कैंसर पैन, और इस तरह के और भी दर्द जो डिस्क के खिसक जाने के कारण पैदा होते हे उन सभी का इलाज किया जाता है। इस तकनीक के द्वारा एक मशीन के जरिये इंजेक्शन दिया जाता हे जिससे डिस्क के खिसके हुए पार्ट की बजह से जो नस दवी होती हे यह इंजेक्शन उसको अपनी सही जगह लाने में मदद करता हे। इस इंजेक्शन के जरिये तुरंत मरीज को दर्द से राहत मिल जाती है और वो धीरे धीरे अपने रोजमर्रा के काम करने में सक्षम हो जाता है।
डॉक्टर केवल भनोत्रा प्रोफेसर एंड हेड ऑफ़ दी एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा अब मरीजों के लिए एनेस्थीसिया सर्विस के अलावा और भी सर्विसेस दे रही है। उन्होंने कहा की दर्द एक असहनीय चीज है और इससे लोग परेशान हो जाते है। इसलिए एनेस्थीसिया विभाग ने मेडिकल कॉलेज चम्बा में ही एक पैन क्लिनिक की शुरुआत की हे जिसके जरिये वो लोगो के इस तरह के असहनीय दर्द का इलाज कर रहे है। उन्होंने कहा की वो एक इंजेक्शन के जरिये दर्द के हिसाब से लोकल ब्लॉक्स देते है जिससे मरीज को उसके दर्द से निजात मिल जाती है। उन्होंने कहा की इस तरह की तकनीक से वो लगभग 40 से 50 लोगो का इलाज भी कर चुके है।
सलोनी सूद ने कहा कि लोगो के असहनीय दर्द को कम करने के लिए एनेस्थीशिया विभाग ने यह एक नई तकनीक निकाली है जिससे मशीन के जरिये इंजेक्शन के द्वारा मरीज के शरीर के दर्द वाले हिस्से में लोकल ब्लॉक भेजे जाते है जो की उस जगह उठने बाले दर्द को कम करने में मदद करते है और मरीज पहले की तरह अपने रोजमर्रा के काम करने में सक्षम हों जाता है।
वहीं डॉक्टर सुनील ठाकुर ने कहा की एनेस्थीसिया विभाग ने पैन क्लिनिक शुरू किया है और उसके जरिये पीठ के दर्द बाले मरीज, सर्वाइकल पैन ,और अन्य कई तरह के दर्द जो की डिस्क के खिसक जाने से शुरू होते है एक इंजेक्शन के जरिये उनका इलाज इस पैन क्लिनिक में किया जायेगा। उन्होंने कहा की पहले मरीज को अच्छे से चेक करके दवाइयों से पैन कम करने कोशिश की जाएगी और अगर दवाइयों से ठीक नहीं होते तो इंजेक्शन के जरिये उनको उनके दर्द से राहत दिलवाई जाएगी।