देश के प्रवेश द्वार परवाणु स्थित टिंबर ट्रेल रिजॉर्ट के संस्थापक रमेश गर्ग के निधन की दुखद खबर है। 76 वर्षीय दिवंगत गर्ग एक लंबे अरसे से लीवर की बीमारी से पीड़ित चल रहे थे। जानकारी मिली है कि केरल के कोच्चि में उनका निधन शनिवार सुबह 11:00 बजे के आसपास हुआ है। पार्थिव शरीर को परवाणु लाया जा रहा है। हालांकि दाह संस्कार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन इतना जरूर साफ हो गया है कि रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। मूलत: सिरमौर के सराहां के रहने वाले दिवंगत गर्ग का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। बेशक ही उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं की थी लेकिन अपनी सोच की बदौलत टिंबर ट्रेल (टीटीआर) को अंतरराष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलवाने में सफल रहे। इस अनूठे प्रोजेक्ट का सपना दिवंगत गर्ग ने 1982 में देखा था।
एक लंबे अरसे से अपने पैतृक क्षेत्र सराहां के लिए पर्दे के पीछे से ही समाज सेवा में जुटे रहते थे। सराहां क्षेत्र के दर्जनों युवाओं को टिंबर ट्रेल में रोजगार भी मुहैया करवाया हुआ था। उनके निधन की खबर समूचे इलाके में आग की तरह फैल गई है। बताया यह भी जा रहा है कि दिवंगत गर्ग के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से लाया जा रहा है।