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हिमाचल में भांग की खेती को सरकार लीगल करने पर विचार कर रही है। मामला हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में सत्ता पक्ष के सदस्य रमेश धवाला की तरफ़ से संकल्प में चर्चा के लिए लाया गया। सदस्यों ने उत्तराखंड की तर्ज़ पर सदन में नशा रहित भांग की खेती को लीगल करने की मांग उठाई गई।जिससे प्रदेश कि आर्थिकी को मदद मिल सके ! भाजपा बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि भांग की खेती उनकी पुष्तैनी खेती है। जिसमें नशे की मात्रा बहुत कम होती है। भांग से दवाई के साथ-साथ रेशे व बीज भी काम आते है। यदि भांग की खेती लीगल होती है तो इससे बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसलिए उत्तराखंड की तर्ज़ पर हिमाचल में भी भांग खेती को लीगल किया जाए। वीडियो देखने के लिए क्लिक करे ! https://www.facebook.com/watch/?v=1323073451401497 उधर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि भांग की खेती को लीगल करने के लिए ज़रूरी मापदंडों का अध्ययन करना जरूरी है। भांग दवाईयों को बनाने के लिए भी उपयोग में लाई जाती है। उन्होंने बताया कि सदस्यों की तरफ़ से सुझाव आ रहे है। इसलिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर भांग की खेती को लीगल किए जाने पर विचार किया जाएगा।
हिमाचल में भांग की खेती को सरकार लीगल करने पर विचार कर रही है। मामला हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में सत्ता पक्ष के सदस्य रमेश धवाला की तरफ़ से संकल्प में चर्चा के लिए लाया गया। सदस्यों ने उत्तराखंड की तर्ज़ पर सदन में नशा रहित भांग की खेती को लीगल करने की मांग उठाई गई।जिससे प्रदेश कि आर्थिकी को मदद मिल सके !
भाजपा बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि भांग की खेती उनकी पुष्तैनी खेती है। जिसमें नशे की मात्रा बहुत कम होती है। भांग से दवाई के साथ-साथ रेशे व बीज भी काम आते है। यदि भांग की खेती लीगल होती है तो इससे बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसलिए उत्तराखंड की तर्ज़ पर हिमाचल में भी भांग खेती को लीगल किया जाए।
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