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सुन्नी ! चाबा पावर हाउस के नजदीक सतलुज पर बने चाबा-शाकरा पुल को टूटे 6 माह से अधिक का समय हो गया है जिसके चलते शाकरा पंचायत के शाकरा, खोब, कोट, जेड़वी और दलित बस्ती बालडी़ का संपर्क चाबा से टूट गया है जिसके कारण उक्त गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कुछ दिन पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा पुल पर झूला लगा दिया गया है और पुराने फुटब्रिज की रिपेयर के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं लेकिन पुराने फुटब्रिज को रिपेयर करवाने के फैसले से लोगों में भारी रोष है। जिसका आसपास के सभी गांव विरोध कर रहे है लोगों का मानना है कि बरसात के दिनों मे सतलुज का जलस्तर बढ़ने से दुबारा पुल टूट सकता है जिससे जनता के पैसों का दुरूपयोग ही होगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लोक निर्माण विभाग को जल्द से जल्द वाहन योग्य पुल के निर्माण का निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। इस पुल के वाहन योग्य होने से बालड़ी, जेड़वी, कोट, शाकरा बरोड़ बिंदला सहित आसपास के कई गांवों के हजारों ग्रामीणों को फायदा होगा। वाहन योग्य पुल लगने से उक्त गांवों के लोगों को शिमला की ओर जाने के लिए वाया मकड़छा लगभग 20 किलोमीटर का सफर कम होगा। पुल के टूट जाने से सबसे ज्यादा परेशानी दलित बस्ती बालड़ी के लोगों को हो रही है ये गांव अभी भी सड़क से अछूता है। गांव मे किसी के बीमार हो जाने की स्थिति में उसे पालकी मे उठा कर ले जाना पड़ता है और आजकल पुल के टूट जाने के कारण छोटे छोटे बच्चों को नजदीकी स्कूल चाबा जाने के लिए झूले से सतलुज के पार ले जाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत शाकरा, ग्राम पंचायत शकरोड़ी, ग्राम पंचायत बिंदला, ग्राम पंचायत चेबड़ी, महिला मंडल कोट, शाकरा, जेड़वी, बालड़ी, शकरोड़ी, मकड़छा, चाबा तथा युवक मंडलों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जनवरी में लोहड़ी उत्सव के दौरान मुलाकात कर पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए लिखित प्रस्ताव देकर आग्रह किया जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने चाबा पुल को वाहन योग्य बनवाने का आश्वासन दिया था। परंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा टूटे हुए पुराने फुटब्रिज की रिपेयर के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं । ग्रामीणों की मांग है कि सरकार को यहां वाहन योग्य पुल का निर्माण करना चाहिए। सोमवार को विकास कार्यों का जायजा लेने शाकरा पहुंचे स्थानीय विधायक हीरालाल से भी लोगों ने इस विषय को लेकर मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
सुन्नी ! चाबा पावर हाउस के नजदीक सतलुज पर बने चाबा-शाकरा पुल को टूटे 6 माह से अधिक का समय हो गया है जिसके चलते शाकरा पंचायत के शाकरा, खोब, कोट, जेड़वी और दलित बस्ती बालडी़ का संपर्क चाबा से टूट गया है जिसके कारण उक्त गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कुछ दिन पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा पुल पर झूला लगा दिया गया है और पुराने फुटब्रिज की रिपेयर के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं लेकिन पुराने फुटब्रिज को रिपेयर करवाने के फैसले से लोगों में भारी रोष है। जिसका आसपास के सभी गांव विरोध कर रहे है लोगों का मानना है कि बरसात के दिनों मे सतलुज का जलस्तर बढ़ने से दुबारा पुल टूट सकता है जिससे जनता के पैसों का दुरूपयोग ही होगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लोक निर्माण विभाग को जल्द से जल्द वाहन योग्य पुल के निर्माण का निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। इस पुल के वाहन योग्य होने से बालड़ी, जेड़वी, कोट, शाकरा बरोड़ बिंदला सहित आसपास के कई गांवों के हजारों ग्रामीणों को फायदा होगा। वाहन योग्य पुल लगने से उक्त गांवों के लोगों को शिमला की ओर जाने के लिए वाया मकड़छा लगभग 20 किलोमीटर का सफर कम होगा। पुल के टूट जाने से सबसे ज्यादा परेशानी दलित बस्ती बालड़ी के लोगों को हो रही है ये गांव अभी भी सड़क से अछूता है। गांव मे किसी के बीमार हो जाने की स्थिति में उसे पालकी मे उठा कर ले जाना पड़ता है और आजकल पुल के टूट जाने के कारण छोटे छोटे बच्चों को नजदीकी स्कूल चाबा जाने के लिए झूले से सतलुज के पार ले जाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत शाकरा, ग्राम पंचायत शकरोड़ी, ग्राम पंचायत बिंदला, ग्राम पंचायत चेबड़ी, महिला मंडल कोट, शाकरा, जेड़वी, बालड़ी, शकरोड़ी, मकड़छा, चाबा तथा युवक मंडलों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जनवरी में लोहड़ी उत्सव के दौरान मुलाकात कर पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए लिखित प्रस्ताव देकर आग्रह किया जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने चाबा पुल को वाहन योग्य बनवाने का आश्वासन दिया था। परंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा टूटे हुए पुराने फुटब्रिज की रिपेयर के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं । ग्रामीणों की मांग है कि सरकार को यहां वाहन योग्य पुल का निर्माण करना चाहिए। सोमवार को विकास कार्यों का जायजा लेने शाकरा पहुंचे स्थानीय विधायक हीरालाल से भी लोगों ने इस विषय को लेकर मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
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