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सुंदरनगर ! सोमवार को खंड विकास कार्यालय सुंदरनगर के सभागार में तीन दिवसीय जिला आपदा प्राधिकरण व राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा उपमंडल स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। कार्यशाला की अध्यक्षता एसडीएम सुंंदरनगर राहुल चौहान ने की। कार्यशाला में 6 पंचायतों के 90 स्वयंसेवियों ने भाग लिया। इसमें कलाहौड़, कपाही, चौक, छात्तर, कनैड और मलोह पंचायतों के स्वयंसेवी शामिल रहे। कार्यशाला के पहले दिन स्वयंसेवियों को अच्छे स्वंयसेवी बनने बारे अवगत करवाया गया। आपदा प्रबंधन समन्वयक प्रदीप ठाकुर और जिला सर्व समन्वयक अमरजीत सिंह ने उन्हें आपदा के समय घायल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ऐसे में समय में गंदे पानी को किस प्रकार से स्वच्छ बनाने के बाद उसे पीने योग्य बनाया जाए और इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधों के बारे विस्तार से बताया गया। स्वंयसेवियाें, अधिकारियों व कर्मचारियों को संबाेधित करते हुए एसडीएम राहुल चौहान ने कहा कि यदि घर की नींव अच्छी हो तभी मकान सुरक्षित रह सकता है। इसलिए नया घर बनाते समय नई भूकंपरोधी तकनीकों का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा के समय अधिक नुक्सान होने की संभावना रहती है। लोगों को अपने साथ-साथ घरों का बीमा भी अवश्य करवाना चाहिए,जिससे जरुरत पड़ने पर इसका लाभ मिल सके। राहुल चौहान ने कहा कि पंचायत स्तर पर 15 सदस्यीय टीम गठित की जाएगी जो आपदा के समय सबसेे पहले कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर स्वयंसेवियों के पहचान पत्र भी बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्पेशल फंडिंग जारी की गई है। इस अवसर पर शिक्षा एवं खंड योजना अधिकारी भगत राम, कार्यकारी खंड विकास अधिकारी मेहर चंद मिन्हास भी मौजूद रहे।
सुंदरनगर ! सोमवार को खंड विकास कार्यालय सुंदरनगर के सभागार में तीन दिवसीय जिला आपदा प्राधिकरण व राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा उपमंडल स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। कार्यशाला की अध्यक्षता एसडीएम सुंंदरनगर राहुल चौहान ने की। कार्यशाला में 6 पंचायतों के 90 स्वयंसेवियों ने भाग लिया। इसमें कलाहौड़, कपाही, चौक, छात्तर, कनैड और मलोह पंचायतों के स्वयंसेवी शामिल रहे। कार्यशाला के पहले दिन स्वयंसेवियों को अच्छे स्वंयसेवी बनने बारे अवगत करवाया गया। आपदा प्रबंधन समन्वयक प्रदीप ठाकुर और जिला सर्व समन्वयक अमरजीत सिंह ने उन्हें आपदा के समय घायल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ऐसे में समय में गंदे पानी को किस प्रकार से स्वच्छ बनाने के बाद उसे पीने योग्य बनाया जाए और इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधों के बारे विस्तार से बताया गया। स्वंयसेवियाें, अधिकारियों व कर्मचारियों को संबाेधित करते हुए एसडीएम राहुल चौहान ने कहा कि यदि घर की नींव अच्छी हो तभी मकान सुरक्षित रह सकता है। इसलिए नया घर बनाते समय नई भूकंपरोधी तकनीकों का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा के समय अधिक नुक्सान होने की संभावना रहती है। लोगों को अपने साथ-साथ घरों का बीमा भी अवश्य करवाना चाहिए,जिससे जरुरत पड़ने पर इसका लाभ मिल सके। राहुल चौहान ने कहा कि पंचायत स्तर पर 15 सदस्यीय टीम गठित की जाएगी जो आपदा के समय सबसेे पहले कार्य करेगी।
उन्होंने कहा कि इसको लेकर स्वयंसेवियों के पहचान पत्र भी बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्पेशल फंडिंग जारी की गई है। इस अवसर पर शिक्षा एवं खंड योजना अधिकारी भगत राम, कार्यकारी खंड विकास अधिकारी मेहर चंद मिन्हास भी मौजूद रहे।
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