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शिमला , 02 मार्च [ विशाल सूद ] ! हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समर्पित व निष्ठा वान अत्यंत विश्वास पात्र तरुण भण्डारी हिमाचल राज्यसभा में हर्ष महाजन के जीत के घटनाक्रम में सुर्खियों में आए। वर्तमान में मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भण्डारी 2014 से 2019 तक जब अशोक तंवर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे,तब कोषाध्यक्ष रहे। तरुण भण्डारी ने तब भुपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ चल रहे अशोक तंवर को 5 साल तक बिना कांग्रेस के कोष के संगठन अपने बलबूते पर चला कर दिया। उनके विभिन्न प्रान्तों में अनेको कांग्रेसी मित्र हैं। भण्डारी भाजपा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रति समर्पित व निष्ठावान रहे हैं।अनेकों कांग्रेस के बड़े चेहरों को भण्डारी भाजपा में मनोहरलाल के झंडे के नीचे ऐसे चेहरों को शामिल करवा चुके हैं। मिशन 2024 लोकसभा व विधानसभा चुनावों के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विश्वस्त राजनीतिक टीम का अहम हिस्सा बने तरुण भण्डारी की वफादारी किसी से छुपी नही है। निष्ठावान तरुण भण्डारी केवल सी एम मनोहर लाल तक सीमित रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए अकेले किलेबंदी करने, कई मोर्चो पर अकेले लड़ने तथा फतेह हासिल करने वाले तरुण भंडारी एक ऐसे शख्स हैं जो आज अपनी मेहनत -कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के कारण मुख्यमंत्री के बेहद विश्वसनीय व्यक्तियों में से एक है। पर्दे के पीछे रहकर यह एक ऐसी भूमिका निभाते रहे हैं जो आने वाले समय में मौजूदा सरकार के लिए बेहद लाभदायक और सुखदाई साबित होगी। गेम चेंजर की भूमिका में तरुण भंडारी भाजपा के लिए बेहद फायदे का सौदा बने हुए हैं। कुछ दिन पहले आर्थिक रूप से कमजोर बुजुर्गों को तीर्थ स्थलों की निशुल्क यात्रा के नेतृत्व की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री ने तरुण भंडारी को सौपी थी। कुछ ही समय में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के कई बड़े पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं, जिसकी पटकथा भी भंडारी ने लिखी थी। आने वाले समय में भी ऐसी संभावनाएं है कि चुनावों से पहले कई बड़े नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि इसमें कुछ विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल है। जल्द कांग्रेस पार्टी में बड़ी सेंधमारी सम्भव है। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी केवल राजनीतिक तौर पर ही नहीं आध्यात्मिक तौर पर भी जनता को भावुक करने के मूड में नजर आ रही है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख का मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचना एक बड़ा संदेश इनसे जुड़े अनुयाईयों के लिए साबित हो सकता है। शायद यह पहला मौका होगा जब ब्यास के प्रमुख किसी राजनीतिक व्यक्ति से इस तरह मिले हो और यह मुलाकात एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रही है। भारतीय जनता पार्टी किसी भी मोर्चे पर किलेबंदी करने से परहेज नहीं कर रही और खास तौर पर जिस राजा के पास तरुण भंडारी जैसे बुद्धिमान सेनापति मौजूद हो, उसकी पराजय मुश्किल नहीं असंभव मानी जा सकती है। तरुण भंडारी जैसे कुशल-संघर्षील- मेहनती और वफादार सेनापतियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक अजय योद्धा के रूप में स्थापित करने का बीड़ा अपने कंधों पर उठा रखा है। केवल राजनीतिक कौशलता से ही नहीं कूटनीति का भी खूब प्रयोग देखा जा रहा है यानि भारतीय जनता पार्टी ताम साम दंड भेद की नीति के साथ लगातार अपने किले को मजबूत करके युद्ध से पहले ही विरोधियों को हर मोर्चे पर ध्वस्त करने की तैयारी कर चुकी है। सी एम मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश के बागी विधायकों को जहां रात्रि ठहराव व हैलीकॉप्टर से जाने के लिए तरुण भण्डारी की ड्यूटी लगाई वहीं खुद भी हर पहलू पर नजर रखी। गौरतलब है कि भजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस प्रकार मनोहर लाल पर यकीन करता है सबने पिछले दिनों देखा।मध्यप्रदेश के सी एम को चुनने व उनके नाम के घोषणा के लिए मनोहरलाल की ड्यूटी लगाई गई थी। तरुण भण्डारी ने हिमाचल प्रदेश के अपने पुराने दोस्तों जो कांग्रेस के विधायक हैं के संपर्क में आने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को विश्वाश में ले यह खेला रच दिया। यही नही हिमाचल की सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार भी संकट में आ गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जिस तरह से पिछले कल कैबिनेट बैठक छोड़कर सभी नेताओं के साथ विधानसभा अध्यक्ष के पास जाना और उनसे मुलाकात करना भी हिमाचल की राजनीति में किसी बड़े तूफान की आहट की ओर इशारा कर रहा है।
शिमला , 02 मार्च [ विशाल सूद ] ! हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समर्पित व निष्ठा वान अत्यंत विश्वास पात्र तरुण भण्डारी हिमाचल राज्यसभा में हर्ष महाजन के जीत के घटनाक्रम में सुर्खियों में आए। वर्तमान में मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भण्डारी 2014 से 2019 तक जब अशोक तंवर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे,तब कोषाध्यक्ष रहे।
तरुण भण्डारी ने तब भुपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ चल रहे अशोक तंवर को 5 साल तक बिना कांग्रेस के कोष के संगठन अपने बलबूते पर चला कर दिया। उनके विभिन्न प्रान्तों में अनेको कांग्रेसी मित्र हैं। भण्डारी भाजपा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रति समर्पित व निष्ठावान रहे हैं।अनेकों कांग्रेस के बड़े चेहरों को भण्डारी भाजपा में मनोहरलाल के झंडे के नीचे ऐसे चेहरों को शामिल करवा चुके हैं।
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मिशन 2024 लोकसभा व विधानसभा चुनावों के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विश्वस्त राजनीतिक टीम का अहम हिस्सा बने तरुण भण्डारी की वफादारी किसी से छुपी नही है। निष्ठावान तरुण भण्डारी केवल सी एम मनोहर लाल तक सीमित रहते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के लिए अकेले किलेबंदी करने, कई मोर्चो पर अकेले लड़ने तथा फतेह हासिल करने वाले तरुण भंडारी एक ऐसे शख्स हैं जो आज अपनी मेहनत -कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के कारण मुख्यमंत्री के बेहद विश्वसनीय व्यक्तियों में से एक है। पर्दे के पीछे रहकर यह एक ऐसी भूमिका निभाते रहे हैं जो आने वाले समय में मौजूदा सरकार के लिए बेहद लाभदायक और सुखदाई साबित होगी।
गेम चेंजर की भूमिका में तरुण भंडारी भाजपा के लिए बेहद फायदे का सौदा बने हुए हैं। कुछ दिन पहले आर्थिक रूप से कमजोर बुजुर्गों को तीर्थ स्थलों की निशुल्क यात्रा के नेतृत्व की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री ने तरुण भंडारी को सौपी थी। कुछ ही समय में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के कई बड़े पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं, जिसकी पटकथा भी भंडारी ने लिखी थी।
आने वाले समय में भी ऐसी संभावनाएं है कि चुनावों से पहले कई बड़े नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि इसमें कुछ विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल है। जल्द कांग्रेस पार्टी में बड़ी सेंधमारी सम्भव है।
फिलहाल भारतीय जनता पार्टी केवल राजनीतिक तौर पर ही नहीं आध्यात्मिक तौर पर भी जनता को भावुक करने के मूड में नजर आ रही है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख का मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचना एक बड़ा संदेश इनसे जुड़े अनुयाईयों के लिए साबित हो सकता है।
शायद यह पहला मौका होगा जब ब्यास के प्रमुख किसी राजनीतिक व्यक्ति से इस तरह मिले हो और यह मुलाकात एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रही है। भारतीय जनता पार्टी किसी भी मोर्चे पर किलेबंदी करने से परहेज नहीं कर रही और खास तौर पर जिस राजा के पास तरुण भंडारी जैसे बुद्धिमान सेनापति मौजूद हो, उसकी पराजय मुश्किल नहीं असंभव मानी जा सकती है।
तरुण भंडारी जैसे कुशल-संघर्षील- मेहनती और वफादार सेनापतियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक अजय योद्धा के रूप में स्थापित करने का बीड़ा अपने कंधों पर उठा रखा है। केवल राजनीतिक कौशलता से ही नहीं कूटनीति का भी खूब प्रयोग देखा जा रहा है यानि भारतीय जनता पार्टी ताम साम दंड भेद की नीति के साथ लगातार अपने किले को मजबूत करके युद्ध से पहले ही विरोधियों को हर मोर्चे पर ध्वस्त करने की तैयारी कर चुकी है।
सी एम मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश के बागी विधायकों को जहां रात्रि ठहराव व हैलीकॉप्टर से जाने के लिए तरुण भण्डारी की ड्यूटी लगाई वहीं खुद भी हर पहलू पर नजर रखी। गौरतलब है कि भजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस प्रकार मनोहर लाल पर यकीन करता है सबने पिछले दिनों देखा।मध्यप्रदेश के सी एम को चुनने व उनके नाम के घोषणा के लिए मनोहरलाल की ड्यूटी लगाई गई थी।
तरुण भण्डारी ने हिमाचल प्रदेश के अपने पुराने दोस्तों जो कांग्रेस के विधायक हैं के संपर्क में आने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को विश्वाश में ले यह खेला रच दिया। यही नही हिमाचल की सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार भी संकट में आ गई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जिस तरह से पिछले कल कैबिनेट बैठक छोड़कर सभी नेताओं के साथ विधानसभा अध्यक्ष के पास जाना और उनसे मुलाकात करना भी हिमाचल की राजनीति में किसी बड़े तूफान की आहट की ओर इशारा कर रहा है।- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
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