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शिमला ! केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश को मेडिकल क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की बात कही है। श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पिछले 10 वर्षों में उनके संसदीय काल के दौरान हमीरपुर संसदीय क्षेत्र व हिमाचल प्रदेश में उल्लेखनीय मेडिकल उपलब्धियां आने की बात कही है। श्री अनुराग ठाकुर ने कहा “ अच्छी चिकित्सा सुविधा समाज की बुनियादी ज़रूरत है। यह मोदी सरकार के 10 साल के सुशासन व हिमाचल के हितों का ध्यान रखने का नतीजा है कि पहले जिन मेडिकल और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हिमाचल वासियों को लंबी दूरी तय करके अन्य राज्यों में जाना पड़ता था आज वह सभी हमारे हिमाचल प्रदेश में ही उपलब्ध हैं। यह आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ही देन है कि आज हमारा हिमाचल देश के उन चुनिंदा राज्यों में से है जहां एम्स जैसे विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान लोककल्याण में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं । अनुराग ठाकुर ने आगे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और हिमाचल में विकसित हुई मेडिकल की आधारभूत संरचनाओं के बारे में बताते हुए कहा, “आज बिलासपुर में 1700 करोड़ की लागत से एम्स अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खुल चुका है और लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही हमीरपुर में लगभग 400 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बना है। ऊना में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर का कार्य प्रगति पर है। हमीरपुर, बिलासपुर व ऊना में मदर चाइल्ड अस्पताल के लिए 21-21 करोड़ की धनराशि मंजूर करवाई। 48 करोड़ की लगत से ऊना में नेशनल सेंटर फॉर स्पेशल चाइल्ड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट बन रहा है। ऊना में ट्रॉमा सेंटर के लिए 12 करोड़ रुपये मंजूर करवाये। मेडिकल कालेज व 550 बिस्तर के अस्पताल हमीरपुर के लिए 190 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत करवाकर नई बिल्डिंग का शिलान्यास और 100 बच्चों की क्लास शुरू करवाई। हमीरपुर, ऊना व बिलासपुर के लिए डायलेसिंस सैंटर शुरु करवाया। आज लगभग सभी बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट है। अनुराग ठाकुर ने बताया, “पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण देव भूमि हिमाचल प्रदेश और हमीरपुर अनूठा तो है हीं, इसके साथ हीं यहां की ज़रूरतें भी अनूठी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने पिछले 10 वर्षों में हमीरपुर और हिमाचल प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास किया है। मैंने स्वयं बिना किसी सरकारी मदद के भी कई योजनाएं अपने स्वजनों के लिए चालू की हैं जिनका जमीनी स्तर पर प्रभाव बेहद सार्थक है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और आसपास के क्षेत्र के लिए स्वयं द्वारा चलाए जा रहे विशेष मेडिकल योजनाओं की जानकारी देते हुए अनुराग ठाकुर ने बताया, “सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा जिसे हमने 2018 में दो मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ चालू किया था, वह आज 32 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ 10 लाख लोगों को ओपीडी सेवा उपलब्ध करा चुकी है। इस सेवा के द्वारा लोगों के लगभग सभी जरूरी जांच और दवाएं मुफ्त दी जाती हैं। इससे लोगों के लगभग 40 करोड़ रुपए बचे हैं। इसके साथ ही हमने क्षेत्र में सभी के नेत्र स्वस्थ हों इसके लिए चार मेगा आई कैंप्स का भी आयोजन कराया है जिसमें 100 से ज्यादा अनुभवी डॉक्टरों की टीम ने लगभग 18,500 ओपीडी कर लगभग 12,500 निशुल्क चश्मे वितरित किए। अनुराग ठाकुर ने आगे कहा की पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में मेडिकल क्रांति आई है। आज देश की लगभग 60 करोड़ जरूरतमंदों के पास ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा है। मार्च 2024 तक लगभग 33 करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जा चुके हैं। आज पूरे देश में 11000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध करा रहे हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत देश में 3.32 करोड़ गर्भवती माता बहनों को लगभग 15000 करोड रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से दिए जा चुके हैं। अनुराग ठाकुर ने आगे मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में आए क्रांति के बारे में जानकारी देते हुए बताया, “2014 में लगभग 387 मेडिकल कॉलेज थे आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में लगभग 51,000 एमबीबीएस की सीटें थी, आज 1 लाख 8 हजार से ज्यादा हैं। 2014 में देश में पीजी की सीटें मात्र 31,000 के आसपास थीं आज 70,000 से ज्यादा हैं। आज देश में 22 एम्स हैं जिनमें से 19 में अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज भी चालू हो चुके हैं।
शिमला ! केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश को मेडिकल क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की बात कही है। श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पिछले 10 वर्षों में उनके संसदीय काल के दौरान हमीरपुर संसदीय क्षेत्र व हिमाचल प्रदेश में उल्लेखनीय मेडिकल उपलब्धियां आने की बात कही है।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा “ अच्छी चिकित्सा सुविधा समाज की बुनियादी ज़रूरत है। यह मोदी सरकार के 10 साल के सुशासन व हिमाचल के हितों का ध्यान रखने का नतीजा है कि पहले जिन मेडिकल और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हिमाचल वासियों को लंबी दूरी तय करके अन्य राज्यों में जाना पड़ता था आज वह सभी हमारे हिमाचल प्रदेश में ही उपलब्ध हैं। यह आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ही देन है कि आज हमारा हिमाचल देश के उन चुनिंदा राज्यों में से है जहां एम्स जैसे विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान लोककल्याण में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं ।
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अनुराग ठाकुर ने आगे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और हिमाचल में विकसित हुई मेडिकल की आधारभूत संरचनाओं के बारे में बताते हुए कहा, “आज बिलासपुर में 1700 करोड़ की लागत से एम्स अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खुल चुका है और लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही हमीरपुर में लगभग 400 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बना है। ऊना में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर का कार्य प्रगति पर है। हमीरपुर, बिलासपुर व ऊना में मदर चाइल्ड अस्पताल के लिए 21-21 करोड़ की धनराशि मंजूर करवाई। 48 करोड़ की लगत से ऊना में नेशनल सेंटर फॉर स्पेशल चाइल्ड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट बन रहा है। ऊना में ट्रॉमा सेंटर के लिए 12 करोड़ रुपये मंजूर करवाये। मेडिकल कालेज व 550 बिस्तर के अस्पताल हमीरपुर के लिए 190 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत करवाकर नई बिल्डिंग का शिलान्यास और 100 बच्चों की क्लास शुरू करवाई। हमीरपुर, ऊना व बिलासपुर के लिए डायलेसिंस सैंटर शुरु करवाया। आज लगभग सभी बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट है।
अनुराग ठाकुर ने बताया, “पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण देव भूमि हिमाचल प्रदेश और हमीरपुर अनूठा तो है हीं, इसके साथ हीं यहां की ज़रूरतें भी अनूठी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने पिछले 10 वर्षों में हमीरपुर और हिमाचल प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास किया है। मैंने स्वयं बिना किसी सरकारी मदद के भी कई योजनाएं अपने स्वजनों के लिए चालू की हैं जिनका जमीनी स्तर पर प्रभाव बेहद सार्थक है।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और आसपास के क्षेत्र के लिए स्वयं द्वारा चलाए जा रहे विशेष मेडिकल योजनाओं की जानकारी देते हुए अनुराग ठाकुर ने बताया, “सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा जिसे हमने 2018 में दो मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ चालू किया था, वह आज 32 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ 10 लाख लोगों को ओपीडी सेवा उपलब्ध करा चुकी है। इस सेवा के द्वारा लोगों के लगभग सभी जरूरी जांच और दवाएं मुफ्त दी जाती हैं। इससे लोगों के लगभग 40 करोड़ रुपए बचे हैं। इसके साथ ही हमने क्षेत्र में सभी के नेत्र स्वस्थ हों इसके लिए चार मेगा आई कैंप्स का भी आयोजन कराया है जिसमें 100 से ज्यादा अनुभवी डॉक्टरों की टीम ने लगभग 18,500 ओपीडी कर लगभग 12,500 निशुल्क चश्मे वितरित किए।
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा की पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में मेडिकल क्रांति आई है। आज देश की लगभग 60 करोड़ जरूरतमंदों के पास ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा है। मार्च 2024 तक लगभग 33 करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जा चुके हैं। आज पूरे देश में 11000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध करा रहे हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत देश में 3.32 करोड़ गर्भवती माता बहनों को लगभग 15000 करोड रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से दिए जा चुके हैं।
अनुराग ठाकुर ने आगे मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में आए क्रांति के बारे में जानकारी देते हुए बताया, “2014 में लगभग 387 मेडिकल कॉलेज थे आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में लगभग 51,000 एमबीबीएस की सीटें थी, आज 1 लाख 8 हजार से ज्यादा हैं। 2014 में देश में पीजी की सीटें मात्र 31,000 के आसपास थीं आज 70,000 से ज्यादा हैं। आज देश में 22 एम्स हैं जिनमें से 19 में अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज भी चालू हो चुके हैं।
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