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शिमला ,03 जनवरी [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला में सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है। शहर के घरों से कूड़ा उठाने वाले सैहब सुसाईटी के कर्मचारियों ने नगर निगम को मांगे पूरी न होने पर काम ठप्प करने की चेतावनी दी है। बुधवार को सैहब सोसायटी वर्कर यूनियन ने सीटू के बैनर तले मांगों को लेकर बुधवार को डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सैहब कर्मियों को नगर निगम में मर्ज करने की मांग उठाई। यूनियन के अध्यक्ष जसवंत ने कहा कि सैहब सोसाइटी के तहत रखे गए कर्मचारी सुबह से शिमला शहर में सफाई करते है और घरों से कूड़ा उठाते है लेकिन अभी तक इन्हें नगर निगम में मर्ज नही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 4, 9,14 के लाभ दिए जा रहे है। वहीं अब नगर निगम द्वारा लोगों के घरों में क्यूआर कोड लगाया जा रहा है और उसे स्कैन कर हाजिरी लगाने की व्यवस्था सफाई कर्मचारियों के लिए की जा रही है। ये सही नहीं है। नगर निगम अपनी कर्मियों पर विश्वास नहीं कर रहा है जबकि कर्मचारी सुबह 5 बजे से शिमला शहर में लोगों के घरों से कूड़ा उठाने का हर रोज काम करते हैं। नगर निगम द्वारा इन कर्मचारियों को छुट्टियों की व्यवस्था तक नहीं की गई है इसको लेकर कई बार नगर निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंप गए लेकिन प्रशासन उनकी मांगों पर जरा भी गौर नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम यदि उनकी मांगे नहीं मानता तो शिमला शहर में घरों से कूड़ा उठाने बंद कर दिया जाएगा और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।
शिमला ,03 जनवरी [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला में सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है। शहर के घरों से कूड़ा उठाने वाले सैहब सुसाईटी के कर्मचारियों ने नगर निगम को मांगे पूरी न होने पर काम ठप्प करने की चेतावनी दी है। बुधवार को सैहब सोसायटी वर्कर यूनियन ने सीटू के बैनर तले मांगों को लेकर बुधवार को डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सैहब कर्मियों को नगर निगम में मर्ज करने की मांग उठाई।
यूनियन के अध्यक्ष जसवंत ने कहा कि सैहब सोसाइटी के तहत रखे गए कर्मचारी सुबह से शिमला शहर में सफाई करते है और घरों से कूड़ा उठाते है लेकिन अभी तक इन्हें नगर निगम में मर्ज नही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 4, 9,14 के लाभ दिए जा रहे है। वहीं अब नगर निगम द्वारा लोगों के घरों में क्यूआर कोड लगाया जा रहा है और उसे स्कैन कर हाजिरी लगाने की व्यवस्था सफाई कर्मचारियों के लिए की जा रही है। ये सही नहीं है। नगर निगम अपनी कर्मियों पर विश्वास नहीं कर रहा है जबकि कर्मचारी सुबह 5 बजे से शिमला शहर में लोगों के घरों से कूड़ा उठाने का हर रोज काम करते हैं।
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नगर निगम द्वारा इन कर्मचारियों को छुट्टियों की व्यवस्था तक नहीं की गई है इसको लेकर कई बार नगर निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंप गए लेकिन प्रशासन उनकी मांगों पर जरा भी गौर नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम यदि उनकी मांगे नहीं मानता तो शिमला शहर में घरों से कूड़ा उठाने बंद कर दिया जाएगा और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।
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