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शिमला, 13 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! शिमला शहर को हर क्षेत्र में स्मार्ट बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे है ताकि यहां के लोगो के साथ साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत शिमला शहर के स्कूलों में स्थापित किए गए स्मार्ट क्लास रूम का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे है। शहर के 11 सरकारी स्कूलों में 3-3 स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए गए है। तथा कृष्णा नगर स्कूल को स्मार्ट किया गया है। इसके अतिरिक्त समग्र शिक्षा अभियान के कार्यालय में परियोजना से संबंधित स्टूडियो का भी निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत लगभग 7 करोड रुपए की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग मे यह स्मार्ट क्लास रूम छात्रों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करेंगी। साल के अंत में इसके सिविल वर्क को भी पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में शिमला शहर के कृष्णा नगर, छोटा शिमला, खालिनी, संजौली, टूटी कंडी, फागली, बालूगंज, लक्कड़ बाजार, पोर्टमोर और लाल पानी को शामिल किया गया है तथा बाकी अन्य स्कूलों में भी इस कार्य को करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह स्मार्ट क्लासरूम ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी उपलब्ध है जिसमें सुजाता कंपनी के द्वारा ही हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के सिलेबस अनुरूप सामग्री को भी तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक शिक्षा के क्षेत्र में अनूठी पहल है। वीसी के माध्यम से एक स्कूल दूसरे स्कूल से जुड़ सकता है साथ ही एक स्कूल का अध्यापक किसी दूसरे स्कूल में भी पड़ा सकते है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर की अधिक घनी आबादी वाले क्षेत्र कृष्णा नगर स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था की गई है ताकि वहां के छात्रों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके साथ-साथ शिमला शहर के हर सरकारी स्कूलों को तकनीक एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के बच्चों में ज्ञान को आत्मसात करने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी एवं शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है ताकि शिमला शहर हर प्रकार से स्मार्ट हो सके। इस अवसर पर शिमला स्मार्ट सिटी मिशन प्रबंध निदेशक मनमोहन शर्मा, मैनेजर आईटी प्रेम चंद, एचपीएसईडीसी से डिप्टी मैनेजर अरुण शर्मा, विभिन्न स्कूलों से वर्चुअल माध्यम से उपस्थित अध्यापक गण एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
शिमला, 13 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! शिमला शहर को हर क्षेत्र में स्मार्ट बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे है ताकि यहां के लोगो के साथ साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत शिमला शहर के स्कूलों में स्थापित किए गए स्मार्ट क्लास रूम का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे है। शहर के 11 सरकारी स्कूलों में 3-3 स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए गए है। तथा कृष्णा नगर स्कूल को स्मार्ट किया गया है। इसके अतिरिक्त समग्र शिक्षा अभियान के कार्यालय में परियोजना से संबंधित स्टूडियो का भी निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत लगभग 7 करोड रुपए की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग मे यह स्मार्ट क्लास रूम छात्रों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करेंगी। साल के अंत में इसके सिविल वर्क को भी पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में शिमला शहर के कृष्णा नगर, छोटा शिमला, खालिनी, संजौली, टूटी कंडी, फागली, बालूगंज, लक्कड़ बाजार, पोर्टमोर और लाल पानी को शामिल किया गया है तथा बाकी अन्य स्कूलों में भी इस कार्य को करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह स्मार्ट क्लासरूम ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी उपलब्ध है जिसमें सुजाता कंपनी के द्वारा ही हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के सिलेबस अनुरूप सामग्री को भी तैयार किया गया है।
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उन्होंने कहा कि यह एक शिक्षा के क्षेत्र में अनूठी पहल है। वीसी के माध्यम से एक स्कूल दूसरे स्कूल से जुड़ सकता है साथ ही एक स्कूल का अध्यापक किसी दूसरे स्कूल में भी पड़ा सकते है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर की अधिक घनी आबादी वाले क्षेत्र कृष्णा नगर स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था की गई है ताकि वहां के छात्रों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके साथ-साथ शिमला शहर के हर सरकारी स्कूलों को तकनीक एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के बच्चों में ज्ञान को आत्मसात करने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी एवं शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है ताकि शिमला शहर हर प्रकार से स्मार्ट हो सके। इस अवसर पर शिमला स्मार्ट सिटी मिशन प्रबंध निदेशक मनमोहन शर्मा, मैनेजर आईटी प्रेम चंद, एचपीएसईडीसी से डिप्टी मैनेजर अरुण शर्मा, विभिन्न स्कूलों से वर्चुअल माध्यम से उपस्थित अध्यापक गण एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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