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शिमला 11 अक्तूबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उपायुक्त एवम् जिला निर्वाचन अधिकारी शिमला आदित्य नेगी की अध्यक्षता में समस्त उपमंडलाधिकारी /रिटर्निंग अधिकारियों के साथ रोजना हॉल में तैयारियों से संबंधित समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि निर्वाचन आयोग भारत सरकार के निर्देशों की पालना करते हुए जिला में आगामी विधानसभा चुनाव स्वतन्त्र, निर्भीक, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन करवाए जाएंगे । उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड -19 मानकों की अनुपालना सख्ती से की जाएगी जिसके लिए जिला के समस्त रिटर्निंग अधकारियों को दिशा - निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला के सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना के लिए मतगणना केंद्र तथा ईवीएम भंडारण कक्ष का चयन कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन करने के लिए मतगणना क्षेत्र तथा स्ट्रॉन्ग रूम के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरे स्थापित कर दिए गए हैं। उन्होंने समस्त रिटर्निग अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्वाचन आयोग भारत सरकार के द्वारा हिमाचल प्रदेश के चुनाव की तिथियां घोषित करने के तुरंत बाद होर्डिंग हटाने, वॉल राइटिंग या किसी भी प्रकार की अन्य गतिविधियां जिसमें चुनाव आचार संहिता का उलंघन हो रहा हो, पर कार्यवाही करने की 24 घंटे, 48 घंटे तथा 72 घंटे की रिपोर्टें तुरंत निर्वाचन आयोग को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के दौरान बिना कागजात के कोई भी व्यक्ति 10 हजार से अधिक राशि अपने पास नहीं रख सकता, यदि किसी भी व्यक्ति के पास 10 हजार से अधिक राशि पाई जाती है तो नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसके अतिरिक्त गिफ्टके आदान प्रदान के लिए 50 हजार रुपए की सीमा तय की गई है। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों के लिए भेजी जाने वाली ईवीएम मशीनों की निगरानी के लिए जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में मॉडल पोलिंग स्टेशन, बनाए जाएंगे जबकि युवा पोलिंग स्टेशन वरिष्ठ नागरिक व दिव्यांग पोलिंग स्टेशन स्थापित करने की भी योजना बनाई जा रही है। बैठक में उपायुक्त ने कम मतदान वाले केंद्रों पर फॉक्स कर उन क्षेत्रों में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए समस्त रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश देने के साथ साथ जिला के हर मतदान केंद्र में शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वीप गतिविधियों में और तेजी लाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा की मतदाता जागरूकता के लिए स्वीप गतिविधियों को बढ़ाया गया है ताकि शतप्रतिशत मतदान की लक्ष्य हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि मत प्रतिशतता बढ़ाने के लिए 80 साल से अधिक मतदाताओं, दिव्यांग एवं कोविड 19 से प्रभावित लोगों को मतदान वाले दिन उनकी रुचि अनुसार निर्वाचन आयोग द्वारा आने जाने की सुविधा दी जाएगी । उन्होंने कहा कि निर्वाचन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो दिन रात लगातार 24 घंटे कार्य करेगा । उपायुक्त ने दो रिटर्निंग अधिकारियों चोपाल व कोटखाई से भी वर्चुअल तरीके से चुनावों की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा की और आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए की सभी रिटर्निंग अधिकारी अपने अपने क्षेत्र के राजनेतिक पार्टियों के स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुनाव प्रक्रिया के साथ साथ आचार संहिता के दौरान राजनेतिक पार्टियों की भूमिका बारे जानकारी दें ताकि कोई समस्या पैदा न हो । बैठक में कम मतदान वाले पोलिंग स्टेशनों, स्थानांतरित या मृत्यु हो चुके मतदाताओं तथा अपग्रेड की गई मतदाता सूचियों पर चर्चा के साथ साथ चुनाव सामग्री वितरण प्रक्रिया एवम् मॉनिटरिंग, पोलिंग पार्टियों को पोलिंग स्टेशनों के लिए भेजने की प्रक्रिया, नामांकन प्रक्रिया, आचार संहिता के दौरान एमएमसी, एफएसटी, एसएसटी रिपोर्ट भेजने एवम् अन्य निर्वाचन गतिविधियों की प्रतिदिन की रिपोर्ट भेजने की प्रक्रिया, डाक मतपत्र जारी करने की प्रक्रिया, सामान्य मतपत्रों की आवश्यकता, निर्वाचक नियमावली, दावों के निपटारे सहित 31 से अधिक मद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह, एडीएम कानून एवं व्यवस्था सचिन कंवल, एडीएम प्रोटोकॉल राहुल चौहान, सहायक आयुक्त डॉ पूनम बंसल, समस्त उपमंडलाधिकारी, तहसीलदार निर्वाचन राजेंद्र शर्मा, नायब तहसीलदार निर्वाचन रतनजीत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
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