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शिमला , 18 नवंबर [ विशाल सूद ] ! राज्य संग्रहालय शिमला द्वारा आज से शिमला के रिज मैदान पर स्थित पदम देव कंपलेक्स में कला व शिल्प मेला आयोजित किया गया है । पांच दिवसीय इस मेले का उद्घाटन भाषा वह संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित ने किया। इस मेले में प्रदेश के विभिन्न भागों के हस्तशिल्प कारीगर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर पंकज ललित ने कहा कि मेले का उद्देश्य हिमाचल की हस्तशिल्प कला को संजोने के साथ ही कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना भी है। हस्तशिल्प मेले में हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से आए हस्तशिल्प कारीगरों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है और यह बिक्री के लिए भी उपलब्ध है। उद्घाटन अवसर पर पंकज ललित ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में हस्तशिल्प कला में विविधता है और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तरह-तरह के उत्पाद तैयार किए जाते हैं । उन्होंने बताया कि मेले का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिमाचल की इन कलाओं के लिए जागरूक करना है । जिससे कारीगरों को भी प्रोत्साहन मिले। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय इस मेले में कारीगरों के उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है ताकि उन कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराई जा सके और इन्हें अपनी मेहनत का उचित फल भी मिले। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 18 नवंबर [ विशाल सूद ] ! राज्य संग्रहालय शिमला द्वारा आज से शिमला के रिज मैदान पर स्थित पदम देव कंपलेक्स में कला व शिल्प मेला आयोजित किया गया है । पांच दिवसीय इस मेले का उद्घाटन भाषा वह संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित ने किया।
इस मेले में प्रदेश के विभिन्न भागों के हस्तशिल्प कारीगर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर पंकज ललित ने कहा कि मेले का उद्देश्य हिमाचल की हस्तशिल्प कला को संजोने के साथ ही कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना भी है।
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हस्तशिल्प मेले में हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से आए हस्तशिल्प कारीगरों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है और यह बिक्री के लिए भी उपलब्ध है। उद्घाटन अवसर पर पंकज ललित ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में हस्तशिल्प कला में विविधता है और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तरह-तरह के उत्पाद तैयार किए जाते हैं । उन्होंने बताया कि मेले का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिमाचल की इन कलाओं के लिए जागरूक करना है ।
जिससे कारीगरों को भी प्रोत्साहन मिले। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय इस मेले में कारीगरों के उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है ताकि उन कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराई जा सके और इन्हें अपनी मेहनत का उचित फल भी मिले।
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